गोरखपुर की पटाखा फैक्ट्री में तेज धमाके के साथ लगी आग, एक जख्मी

गोरखपुर, 13 मई (हि.स.)। पिपराइच इलाके के जंगल धूषण स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में सोमवार को तेज धमाके के साथ भीषण आग लग गई। धमाका तब हुआ जब कर्मचारी दुकान खोलने पहुंचा था। इस धमाके से फैक्ट्री की दीवार गिर गई, जिसमें काम करने वाला कर्मचारी दब गया और आग की लपटों से गंभीर रुप से झुलस गया। आग से उसके शरीर का अधिकांश हिस्सा जल गया है।

यह फैक्टरी बुढ़ऊ चाचा पटाखे वाले के बेटे अब्दुल्ला की है। यहां देसी बम, अनार और लाइट बनाई जाती है। सूचना पाते ही पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। घंटों कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। घायल कर्मचारी को इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।

पटाखा फैक्ट्री का था लाइसेंस

पुलिस अधीक्षक(उत्तर)जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया है। घायल कर्मचारी का अस्पताल में इलाज जारी है। फैक्ट्री का लाइसेंस था। आग कैसे लगी, फिलहाल इसकी जांच कराई जा रही है। साथ ही फायर नियमों के मानकों का फैक्ट्री में कितना पालन किया जा रहा था, इसकी भी जांच कराई जाएगी।

16 साल से चल रही थी पटाखा फैक्ट्री

दरअसल, कोतवाली इलाके के बेनीगंज के रहने वाले स्व. जियाउल्लाह उर्फ बुढ़ऊ चाचा पटाखे वाले के बेटे अब्दुल्ला उर्फ टिंकू की पिपराइच इलाके के जंगल धूषण स्थित पटाखा फैक्ट्री है। यह फैक्ट्री यहां करीब 16 साल से चल रही है। जबकि, तरंग क्रासिंग पर इनकी पटाखा की दुकान भी है।

ताला खोलते ही हुआ तेज धमाका

घायल कर्मचारी मेराज खान (37) के मुताबिक, वह कुशीनगर जिले का रहने वाला है और फैक्ट्री मालिक अब्दुल्ला का रिश्तेदार भी है। वह इस फैक्ट्री में करीब 16 साल से काम कर रहा है। रोज की तरह रविवार की शाम काम खत्म होने के बाद सभी कर्मचारी फैक्ट्री बंद कर घर लौट गए। सोमवार की सुबह अब्दुल्ला फैक्ट्री खोलने पहुंचे। मेन गेट का ताला खोलते ही वह जैसे ही अंदर पहुंचे, अचानक फैक्ट्री में तेज धमाका हुआ।

दीवार के मलबे में फंसा कर्मचारी

अभी वे कुछ समझ पाते कि इससे पहले फैक्ट्री की एक दीवार भी धमाके की आवाज से गिर गई। उन्होंने भागने की कोशिश की। लेकिन, वे दीवार के मलबे में दब गए। इतने में पूरी फैक्ट्री में आग लग गई। धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और आग पर काबू पाने की कोशिश करते हुए मेराज को बाहर निकाल लिया। लेकिन, तब तक पूरी फैक्ट्री भीषण आग की लपटों के साथ धधकने लगी।

इस बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस और फायर बिग्रेड को दी दी। मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की तीन गाड़ियों ने घंटों मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया। वहीं, घायल कर्मचारी मेराज को इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ प्रिंस पांडेय/राजेश

   

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