मसूरी में कुत्तों की नसबंदी का कार्य हुआ शुरू, अब तक 1685 की नसबंदी

मसूरी, 17 मई (हि.स.)। पहाड़ों की रानी मसूरी में आवारा कुत्तों की नसबंदी का काम एक बार फिर शुरू कर दिया गया है। खास बात यह है कि जिस एनजीओ को नगरपालिका परिषद मसूरी की ओर से नसबंदी का ठेका दिया गया है, वह नसबंदी के साथ प्रत्येक डॉग को रैबीज का टीका भी लगाकर वैक्सीनेटेड किया जा रहा है। इस टीके के लगने के बाद यदि कुत्ता काट भी ले तो उससे होने वाले नुकसान का भय नहीं रहेगा।

मसूरी नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी ने बताया कि मसूरी के आईडीएच में स्थापित एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर (एबीसी) में आवारा कुत्तों की नसबंदी का कार्य किया जा रहा है, जिसका काम अप्रैल माह में शुरू हुआ था और जून अंत तक चलेगा। उन्होंने बताया कि पिछले दो सालों में करीब 1685 कुत्तों की नसबंदी कर की गई है, जिससे मसूरी में कुत्तों की संख्या में कमी देखी गई है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद प्रत्येक कुत्ते को रेबीज का टीका भी लगाया जा रहा हैं, ताकि भविष्य में वह किसी व्यक्ति को काटे तो नुकसान का भय नहीं रहेगा। नसबंदी का सारा कार्य एनीमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया के स्टैंडर्ड फार्म के अनुसार ही किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि नगर निगम की ओर से कुत्तों की नसबंदी का काम शुरू करवाया गया है, क्योंकि शहर में आएदिन कुत्तों के आतंक और उनके काटने की घटनाओं से गली-मोहल्लों में दहशत रहती थी, अब इस समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने शहर के नागरिकों से अपील की कि गली-मोहल्लों में नागरिक, संस्था की टीम के सदस्यों का कुत्ते को पकड़ने में सहयोग करें जिससे उनकी नसबंदी हो सके।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनील सोनकर/सत्यवान

   

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