धनसिरी नदी के जलस्तर में सुधार, किसानों की फसल को काफी नुकसान

गोलाघाट (असम), 01 जून (हि.स.)। धनसिरी नदी में बाढ़ की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। हालांकि, पानी कम होने के बावजूद बाढ़ ने कमारगांव के सोनारी चापरी में बड़े पैमाने पर कुम्हड़ा की खेती को नष्ट कर दिया है। कमारगांव सोनारी चापरी में कई बीघा कृषि भूमि धनसिरी नदी के बाढ़ के पानी से जलमग्न हो गया है। अब पानी घट रहा है लेकिन बाढ़ ने कुम्हड़ा की खेती को नुकसान पहुंचाया है। किसान कुम्हड़ा की फसल को देखकर बेहद परेशान हैं। खेती को नष्ट होते देख किसानों की आंखों में पानी आ गया है। किसानों ने कृषि मंत्री से किसानों की मदद की गुहार लगाई है।

ज्ञात हो कि राज्य में चक्रवात रेमल की वजह से गत 27 मई से कई दिनों तक मूसलाधार बरसात हुई, जिसके चलते कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया। इसी कड़ी में धनशिरी नदी में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी। नदी ने कई स्थानों पर तटबंधों को तोड़कर खेती और आवास को नष्ट कर दिया। बाढ़ की स्थित सबसे अधिक भयावह डिमा हसाओ, बराक घाटी के तीनों जिलों में बनी हुई है।

हिन्दुस्थान समाचार/ प्रकाश/श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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