अमरजीत की गला रेत कर की गई हत्या मामले में पशु तस्करों पर घूम रही शक की सुंई

कठुआ 10 जून (हि.स.)। बीती रात कठुआ की तहसील हीरानगर के गांव मेला में अमरजीत शर्मा नामक व्यक्ति की गला रेतकर हत्या मामले में स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। गांव वासियों ने जम्मू पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग जामकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसी बीच कुछ प्रदर्शनकारियों ने रेलवे मार्ग पर भी धरना प्रदर्शन किया आर सीबीआई द्वारा जांच करवाने की मांग उठाई। खबर लिखे जाने तक रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शनकारी डटे हुए थे।

दरअसल गत रविवार देर रात मृतक अमरजीत शर्मा रात को 9ः00 बजे अपनी दुकान बंद करके घर चला गया था। जिसके बाद अपने घर से करीब 200 से ढाई सौ मीटर की दूरी पर किसी काम के लिए जाते हैं। इसी बीच करीब आधा घंटा बीत जाने के बाद घर नहीं पहुंचे। वहीं परिजनों ने उनके फोन पर संपर्क करना शुरू किया जबकि उन्होंने फोन नहीं उठाया। वहीं जब अमरजीत ने फोन नहीं उठाया तो परिजन परेशान हो गए। जिन्होंने उन्हें ढूंढना शुरू कर दिया वही ढूंढते ढूंढते घर से 200 से ढाई सौ मीटर की दूरी पर उनका शव पाया गया। जिसमें उनकी गला रेत कर हत्या कर दी गई थी।

वारदात की खबर आग की तरह पूरे गांव में फैल गई। उसके बाद स्थानीय लोगों ने कठुआ पुलिस को इसकी सूचना दी और हीरानगर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने शव को अपने कब्जे में लिया। सोमवार को पोसटमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। बाद में प्रदर्शनकारियों ने आरोपियों की धरपकड़ की मांग को लेकर पहले जम्मू पठानकोट राजमार्ग और बाद में रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। प्रदर्शनकारी मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण के पीछे पशु तस्करों का हाथ हो सकता है क्योंकि अमरजीत पशु तस्करों के विरोध में आवाज भी बुलंद करता रहा है। खबर लिखे जाने तक प्रदर्शनकारी डटे हुए थे। वहीं प्रदर्शन के चलते हाइवे पर से यातायात को डायवर्ट किया गया है। जबकि रेलवे यातायात बाधित है।

हिन्दुस्थान समाचार/सचिन//बलवान

   

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