नटरंग का बाल रंगमंच शिविर रचनात्मकता और नवाचार के साथ युवा दिमागों को सशक्त बना रहा

जम्मू, 11 जून (हि.स.)। जम्मू और कश्मीर की प्रमुख व्यावसायिक सांस्कृतिक संस्था नटरंग एक बार फिर अपने बाल रंगमंच शिविर-2024 के साथ नए मानक स्थापित कर रही है। पद्मश्री बलवंत ठाकुर की देखरेख और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सुमीत शर्मा द्वारा संचालित यह बहुप्रतीक्षित ग्रीष्मकालीन शिविर बच्चों को रंगमंच के माध्यम से रचनात्मकता और नवाचार तलाशने के लिए एक असाधारण मंच प्रदान कर रहा है।

1990 से चल रहा नटरंग का वार्षिक पैंतालीस दिवसीय रंगमंच शिविर बच्चों को कला, सौंदर्यशास्त्र और स्थानीय संस्कृति से एक अनूठा परिचय प्रदान करता है। इस वर्ष, शिविर में आत्म-अन्वेषण और रचनात्मक अभिव्यक्ति के अभिनव तरीके शामिल हैं, जो प्रतिभागियों को आत्मविश्वास, सार्वजनिक बोलने के कौशल और बौद्धिक संवर्धन सुनिश्चित करते हैं।

निदेशक बलवंत ठाकुर ने शिविर के व्यवस्थित दृष्टिकोण पर जोर दिया, जिसमें उन्होंने अंतरराष्ट्रीय रंगमंच प्रशिक्षण कार्यक्रमों से प्राप्त तकनीकों को शामिल किया। सामान्य ग्रीष्मकालीन गतिविधियों के विपरीत, नटरंग का शिविर व्यापक व्यक्तिगत विकास पर ध्यान केंद्रित करता है, जो बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों में सफलता के लिए तैयार करता है।

शिविर में कननप्रीत कौर, पलशिन दत्ता, मिहिर गुजराल और समन्वयक मोहम्मद यासीन सहायता कर रहे हैं। शिविर युवा प्रतिभाओं को पोषित करने और क्षेत्र की सांस्कृतिक और बौद्धिक पहचान में योगदान देने की नटरंग की विरासत को कायम रखता है।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान

   

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