आईआईटी कानपुर ने एवीपीएल से की साझेदारी, ड्रोन प्रौद्योगिकी से कृषि क्षेत्र में आएगी क्रांति

- भारत सहित कई देशों पर दोनों संस्थान मिलकर करेंगे काम

कानपुर, 12 जून (हि.स.)। कृषि के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी ड्रोन की महत्ता बढ़ती जा रही है। इसे लेकर आईआईटी कानपुर ने बुधवार को एवीपीएल इंटरनेशनल से साझेदारी की है। इससे भारत सहित कई देशों में बड़े पैमाने पर किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान हो सकेगा।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (आईआईटी) और भारतीय कृषि ड्रोन पारिस्थितिकी तंत्र की अग्रणी कंपनी एवीपीएल इंटरनेशनल ने उन्नत तकनीक से लैस अत्याधुनिक ड्रोन के सह-विकास के लिए हाथ मिलाया है। इसे भारत, ऑस्ट्रेलिया, ऑस्ट्रिया और कई यूरोपीय देशों में बड़े पैमाने पर भूमिधारकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस समझौते पर आईआईटी कानपुर के इलेक्ट्रिल इंजीनियरिंग विभाग प्रो. केतन शर्मा, अनुसंधान और विकास के डीन प्रो. तरुण गुप्ता ने एवीपीएल इंटरनेशनल की संस्थापक और अध्यक्ष सुश्री प्रीत संधू ने हस्ताक्षर किये।

अनुसंधान और विकास के डीन प्रो. तरुण गुप्ता ने कहा कि यह साझेदारी बीज प्रसारण और कृषि रसायन छिड़काव जैसी कृषि बाधाओं से निपटने के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगी, जो कि लागत प्रभावी और बहुमुखी उपकरण के रूप में ड्रोन के बहुमुखी लाभों पर विस्तार काम करेगी। एवीपीएल इंटरनेशनल की संस्थापक और अध्यक्ष सुश्री प्रीत संधू ने कहा कि आईआईटी कानपुर में अग्रणी अनुसंधान की व्यापक विरासत का लाभ उठाते हुए, हमारा लक्ष्य ऐसे ड्रोन समाधान विकसित करना है जो न केवल वैश्विक स्तर पर कृषि की बढ़ती मांगों को पूरा करेंगे बल्कि उनसे भी आगे निकल जाएंगे। एवीपीएल इंटरनेशनल के सीईओ हिमांशु शर्मा ने कहा कि इस सहयोग से ऐसे ड्रोन मिलेंगे जो वैश्विक स्तर पर कृषि उत्पादकता और स्थिरता को बढ़ाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/सियाराम

   

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