समृद्ध जीवन के लिए योग जरूरी: प्रो. वंदना सिंह

जौनपुर,15 जून (हि.स.)।वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यालय एवं व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में योग सप्ताह के औपचारिक उद्घाटन कार्यक्रम में ''स्वयं और समाज के लिए योग: सक्षम समाज का आधार'' विषय पर परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक सभागार में किया गया।

परिचर्चा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि भारत की प्राचीनतम परंपरा योग हमारे शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक जीवन का आधार है। योग हमारे दिनचर्या का अभिन्न अंग होना चाहिए, तभी हम स्वस्थ एवं समृद्ध जीवन जी सकते हैं। उन्होंने कहा कि वे स्वयं प्रतिदिन योग एवं ध्यान का अभ्यास करती हैं। उन्होंने उपस्थित जन समूह को कुछ योग क्रिया जैसे ॐ का सही उच्चारण तथा उसके हमारे स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विभिन्न प्रभावों से भी अवगत कराया।

इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि योग का मतलब जोड़ना है, जो हमारी आत्मा को परमात्मा से जोड़ता है। योग को यदि हम आदत बनाते हैं, तो यह हमें होने वाली तमाम तनावों, अनिद्रा,उलझन एवं विभिन्न मानसिक समस्याओं से निजात दिया सकता है। वित्त अधिकारी संजय राय ने कहा कि योग हमारी इस सनातन धर्म की प्राचीनतम परंपरा है, जिसे हमारे ऋषि मुनियों ने हमें दिया है। इसे सहजने की ज़रूरत है। इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक अजीत सिंह कुल सचिवगण अमृतलाल, बबीता सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 एवं इस योग सप्ताह के समन्वयक डॉ. मनोज कुमार पाण्डेय ने विषय वस्तु से अवगत कराया तथा बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा विगत नवंबर 2023 से ही विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों के एक समूह द्वारा नियमित रूप से विश्वविद्यालय स्थित इंडोर स्टेडियम में विश्वविद्यालय की कुलपति की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से आर्ट ऑफ़ लिविंग के प्रशिक्षित योग प्रशिक्षक जय सिंह के निर्देशन में योग और ध्यान की गतिविधियां संचालित हो रही हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश/सियाराम

   

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