सूरत : जैन मंदिर के सामने पशु का कटा सिर फेंकने से लोगों में आक्रोश, जांच शुरू

-जैन मुनियों ने घटना की कड़ी निंदा कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की

सूरत, 19 जून (हि.स.)। सूरत के पाल क्षेत्र में स्थित मणिभद्र रेजिडेंसी के बाहर बुधवार को पशु का कटा सिर मिलने की घटना के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। जैन मुनियों समेत बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और सख्त कार्रवाई की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस और एफएसएल की टीम ने सैम्पल आदि लेकर जांच शुरू की है।

सूरत के पाल क्षेत्र के मणिभद्र रेजिडेंसी के आसपास कई बड़ी सोसायटियां और जैन देरासर (मंदिर) है। इस क्षेत्र में जैन समाज की बड़ी आबादी निवास करती है। बुधवार सुबह मणिभद्र रेजिडेंसी के सामने पशु का कटा सिर देखकर जैन मुनि समेत स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए। लोगों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे जैन मुनि ने कहा कि इस प्रकार का कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गौ माता सिर्फ अपनी नहीं, बल्कि समस्त प्राणि जगत की माता हैं। इस तरह का कृत्य हमारी भावनाओं को आहत करता है। इस प्रकार के काम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

घटना को लेकर डीसीपी राकेश बारोट ने कहा कि किसी व्यक्ति ने अडाजण पुलिस थाने में फोन कर पशु का कटा सिर फेंकने की जानकारी दी है। स्थल से पशु का कटा सिर मिला है। ऑफिसियल टीम पशु के अंग के भाग के डीएनए जांच में जुट गई है। वेटनरी डॉक्टर ने भी नमूना लिया है। पाल गार्डन के पास पशु के विभिन्न अंगों के अवशेष भी मिले हैं, इसकी भी जांच की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ बिनोद/दधिबल

   

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