'बाल तस्करी से आजादी 2.0 अभियान' विषय पर आयोजित हुई बैठक

नैनीताल, 20 जून (हि.स.)। उत्तराखंड बाल विकास संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डाॅ. गीता खन्ना की अध्यक्षता में गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में ‘बाल तस्करी से आजादी 2.0 अभियान’ विषय पर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुख्य रूप से बाल तस्करी, चाइल्ड हेल्प लाइन, प्रताड़ित-लावारिस, खोए हुए बच्चों, बाल संरक्षण व निराश्रित बच्चों की शिक्षा आदि विषयों पर चर्चा की गई।

बैठक में डाॅ. गीता खन्ना ने कहा कि बाल तस्करी, शिक्षा, किशोर न्याय के लिए पुलिस व श्रम विभागों के अलावा अन्य विभागों को भी सहयोग करना चाहिए। लोगों को ‘हर बच्चा-मेरा बच्चा’ के भाव के साथ अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। यह जिम्मेदारी व्यक्ति विशेष की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है। उन्होंने बताया कि बच्चों के खोने, घर नहीं आने सहित अन्य परिस्थितियों में चाइल्ड हेल्प लाइन के नंबर 1098 में सपंर्क कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने देश के 100 एवं उत्तराखंड राज्य के पिथौरागढ़, चंपावत, उत्तरकाशी व नैनीताल जिलों को बाल तस्करी की ज्यादा संभावना के दृष्टिगत एनसीपीसीआर द्वारा चिह्नित किया गया है। एनसीपीसीआर द्वारा एक से 30 जून तक पूरे भारत वर्ष में बाल श्रम मुक्त भारत अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों के व्यवहार में बदलाव दिखायी दे तो परिजन सतर्क रहें।

बैठक में एडीएम पीआर चौहान, एसपी सिटी प्रकाश चंद्र, जिला प्रोबेशन अधिकारी वर्षा आर्या, डॉ. एसके सिंह, सीएमओ डाॅ. श्वेता भंडारी, एसआई रजनी आर्या, एसआई नीतू सिंह व एसआई पूजा मेहरा सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. नवीन जोशी/सत्यवान/वीरेन्द्र

   

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