जल्दापाड़ा में आग में जलकर खाक हुए होलोंग बंगले का जल्द ही दौरा करेगी जांच टीम

कोलकाता, 20 जून (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की वन मंत्री बीरबाहा हांसदा ने गुरुवार को कहा कि जलदापाड़ा अभयारण्य में प्रख्यात पर्यटन लॉज होलोंग बंगले में लगी भीषण आग की घटना की जांच के लिए गठित चार सदस्यीय जांच समिति जल्द ही वहां का दौरा करेगी। उन्होंने कहा कि हमारे दो वरिष्ठ वन अधिकारी बुधवार से वहीं हैं। चार सदस्यीय टीम भी संभावित कारणों का पता लगाने और स्थिति का आकलन करने के लिए एक-दो दिन में अलीपुरद्वार जिले में घटनास्थल का गहन निरीक्षण करने पहुंचेगी। मैं शनिवार को वहां जाऊंगी। जांच समिति के अलावा कोई विशेष जांच दल गठित करने के संबंध में पूछने पर उन्होंने बताया कि फिलहाल सिर्फ जांच समिति गठित की गई है।

मुख्य वन्यजीव वार्डन देबल रॉय ने बताया कि बंगले के सभी आठ कमरे पूरी तरह जलकर खाक हो गए। केवल ढांचे को सहारा देने वाले कंक्रीट के खंभे ही बचे हैं। उन्होंने कहा कि यह दुखद दृश्य है। प्रथम दृष्टया, इसका कारण शॉर्ट सर्किट हो सकता है। लेकिन फोरेंसिक जांच के बाद ही कारणों की पुष्टि होगी।

एक अन्य वन अधिकारी ने कहा कि विभाग ने फालकाटा पुलिस थाने में आग लगने की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस को सूचित करना होता है। वे भी जांच करेंगे।

होलोंग बंगले की स्थापना 60 के दशक के आखिर में की गई थी और यह पर्यटकों का पसंदीदा लॉज था। बीच-बीच में इसकी मरम्मत और जीर्णोद्धार किया गया। मंगलवार रात करीब नौ बजे आग लगने से यह बंगला जलकर खाक हो गया।

इस साल 15 जून को मानसून की शुरूआत के साथ ही पर्यटन सीजन समाप्त होने पर बंगला बंद कर दिया गया था। इस वजह से अग्निकांड में कोई हताहत नहीं हुआ। आसपास फैले वन में जंगली जानवरों के घायल होने या मरने की भी कोई खबर नहीं मिली है। हांसदा ने कहा कि लकड़ी का बंगला राज्य के लिए एक संपदा है और इससे लोगों की भावनाएं तथा पुरानी यादें जुड़ी हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या राज्य सरकार इस प्रतिष्ठित संरचना को बहाल करेगी, मंत्री ने कहा कि हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दिशा-निर्देशों के मुताबिक काम करेंगे।

उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री ज्योति बसु भी अपनी पत्नी और परिवार के साथ इस बंगले में जाया करते थे। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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