इविवि में होगा ग्रीन अडिट, पेड़ों पर लगेंगे क्यूआर कोड : प्रो. संगीता श्रीवास्तव

- नैक से सम्बंधित बैठक में कुलपति ने दिए निर्देश

प्रयागराज, 05 जून (हि.स.)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ग्रीन अडिट होगा। इसमें परखा जाएगा कि विश्वविद्यालय प्राकृतिक संसाधनों और ऊर्जा का किस प्रकार उपभोग कर रहा है। शैक्षणिक परिसर में विभिन्न प्राकृतिक संसाधनों या नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग की भी गणना की जाएगी। वहीं, कार्बन फुटिंग से विश्वविद्यालय में फैली हरियाली और पेड़-पौधों की एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी। विश्वविद्यालय में लगे पेड़-पौधो पर क्यूआर कोड लगेंगे। जिसे स्कैन करके उस पेड़ से सम्बंधित सभी जानकारी हासिल की जा सकेगी।

इविवि की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने बुधवार को संकायाध्यक्षों, निदेशकों, विभागाध्यक्षों एवं अधिकारियों संग नार्थ हॉल में हुई नैक से सम्बंधित बैठक में उक्त निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि विश्ववि़द्यालय को नैक में ‘ए प्लस प्लस’ ग्रेड दिलाना ही हमारा लक्ष्य है। कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय ने जेंडर आडिट करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है। उन्होंने निर्देश दिए कि विश्वविद्यालय में समर्थ पोर्टल को सुचारू से अमल में लाया जाए। भविष्य में इसी पोर्टल के माध्यम से सभी शिक्षकों के शोध, प्रशासनिक एवं पदोन्नति से सम्बंधित कार्य होंगे।

इस दौरान कुलपति ने अन्य उत्कृष्ठ संस्थानों के साथ ‘एमओयू’ (समझौता ज्ञापन) करने पर जोर दिया। जिससे दोनों संस्थाओं के बीच सहयोगात्मक गतिविधि को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में मध्यवर्गीय लोग अपने बच्चों को पढ़ने भेजते हैं। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि उन्हें पढ़ा लिखा कर एक संस्कारी नागरिक बनाएं।

इविवि की पीआरओ प्रो जया कपूर ने बताया कि इस दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय का एक डिजिटल मैप बनेगा। जिसमें सभी विभागों एवं महत्वपूर्ण भवनों को प्रदर्शित किया जाएगा। आईक्यूएसी के समन्वयक प्रो. मधुरेंद्र एवं नैक के सह समन्वयक प्रो. मनोज कुमार ने एक प्रजेंटेशन के माध्यम से नैक से सम्बंधित विभिन्न श्रेणियों के बारे में बताया। इस दौरान विश्वविद्यालय में चल रहे शोध प्रोजेक्ट, शोधकार्यों एवं अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में तेजी लाने पर चर्चा की गई।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित

   

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