उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय जल्द प्रारंभ करेगा मानवाधिकार पर परास्नातक कार्यक्रम

हल्द्वानी, 07 जून (हि.स.)। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय जल्द मानवाधिकार पर परास्नातक कार्यक्रम प्रारंभ करेगा। मानवाधिकार और अंतरराष्ट्रीय विधि विभाग की बोर्ड ऑफ स्टडीज की शुक्रवार को हुई बैठक में मानवाधिकार पर दो वर्षीय परास्नातक कार्यक्रम के पाठ्यक्रम को संस्तुति प्रदान की गई।

बैठक में कुमाऊं विश्वविद्यालय राजनीतिशास्त्र विभाग से प्रो. नीता बोरा शर्मा, एसएस जीना विश्वविद्यालय विधि विभाग से प्रो.डी. के. भट्ट, एच.एन.बी. गड़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व प्राचार्य और हिमालयन विश्वविद्यालय देहरादून के पूर्व कुलपति प्रो जे.पी.पोचौरी, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय मानवाधिकार विभाग के हेड ऑफ स्कूल डॉ. कमल देवलाल और विभाग के समन्वयक डॉ. दीपांकुर जोशी ने प्रतिभाग किया।

डॉ. दीपांकुर जोशी ने बताया कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय देश के चुनिंदा विश्वविद्यालयों में शामिल हो जाएगा, जो मानवाधिकार पर परास्नातक कार्यक्रम संचालित कर रहे हैं। प्रदेश और देशभर के लाखों विधार्थी इस कार्यक्रम के संचालित होने से लाभान्वित होंगे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो ओ. पी. एस. नेगी ने कार्यक्रम के जल्दी ही प्रारंभ होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए विभाग को बधाई दी है।

हिन्दुस्थान समाचार/अनुपम गुप्ता/सत्यवान/वीरेन्द्र

   

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