हिसार : वर्क वीजा के स्थान पर टूरिस्ट वीजा बनवाकर दो युवकों ने ऐंठे साढ़े पांच लाख

भोडिया बिश्नोइयान के दो युवकों पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, जांच जारी

हिसार, 10 जुलाई (हि.स.)। वर्क वीजा के स्थान पर टुरिस्ट वीजा लगाने के नाम पर लगभग साढ़े पांच लाख की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आदमपुर पुलिस ने इस संबंध में भोडिया बिश्नोइयान निवासी दो युवकों पर केस दर्ज किया है। इस संबंध में सदलपुर गांव निवासी निशांत ने शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत के अनुसार वह फतेहाबाद एमएम कॉलेज से स्नात्तक कर रहा है। भोडिया बिश्नोइयान निवासी प्रमोद व अमित का मंडी आदमपुर में सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक के पास फ्यूचर प्वाइंट इंस्टीच्यूट के नाम से कार्यालय है। इस कार्यालय के माध्यम से छात्रों व अन्यों को स्टूडेंट वीजा, टूरिस्ट वीजा, वर्क वीजा व स्पाउस वीजा लगाया जाता है। शिकायतकर्ता के अनुसार वह जर्मनी का वर्क वीजा लगाकर विदेश जाना चाहता था। इसके लिए उसने इन दोनों आरोपियों से संपर्क किया। दोनों ने उसे विश्वास दिलाया कि वे उसका जर्मन का वर्क वीजा 10 लाख में बनवाकर दे देंगें। ऐसा कहते हुए उन्होंने उससे पासपोर्ट, आधार कार्ड व पेन कार्ड ले लिए।

निशांत के अनुसार इस वर्ष 7 अप्रैल को उसके वट्सएप नं. 7015335601 पर आरोपियों ने वीजा भेजा और कहा कि तय धनराशि देते ही वे उसको वीजा दे देंगें। इस पर उसने उपरोक्त दोनों दोषियान के अकाउंट जिसमें प्रमोद के अकाउंट संख्या एसबीआई 41797724770 में मेरे भाई साहिल के अकाउंट संख्या 40364845527 एसबीआई से 2 लाख 40 हजार रुपये 10 अप्रैल को दे दिए। इसके अलावा दूसरे आरोपी अमित के खाता संख्या एसएचबीजी 82560100025697 में मैंने अपने अकाउंट संख्या 82951900029758 से 8 अप्रैल को 3 लाख रूपये भेजे थे। शिकायत के अनुसार 11 अप्रैल को उसे आरोपियों ने बताया कि अब तो उसका केवल टूरिस्ट वीजा बना है जो एक माह के लिए बना है जिसे जर्मनी में ही वर्क वीजा में कन्वर्ट करवा देंगे। इस पर उसे आरोपियों की नीयत पर शक हुआ।

उसने अपने घरवालों को इस बारे बताया जिस पर उसके घरवालों ने आरोपियों बारे तहकीकात की तो पाया कि आरोपियों ने वर्क वीजा का झांसा देकर हमें टुरिस्ट वीजा दे दिया है और एक बहुत बड़ी रकम ऐंठ ली है। निशांत ने बताया कि 12 अप्रैल को वह खुद, चाचा विनोद कुमार, गांव व समाज के मौजिज लोगों की पंचायत लेकर आरोपियों घर भोडिया बिश्नोइयान गए लेकिन उन्होंने हमारी धन राशि व उसके दस्तावेज देने से मना कर दिया। यही नहीं, आरोपियों ने चार लाख और देने पर दस्तावेज वापिस देने की बात कही लेकिन हमने कहा कि टूरिस्ट वीजा तो केवल 15 हजार में बनता है इसलिए आप 15 हजार काटकर हमारी धन राशि वापिस दे दो। इसके बावजूद आरोपी अपनी जिद्द पर अड़े रहे और चार लाख और मांगते रहे। निशांत ने अपनी शिकायत में कहा है कि 18 अप्रैल को पुनः कई गांवों के सरपंचों को लेकर पंचायत की लेकिन उपरोक्त आरोपियों ने हमारी धन राशि व कागजात देने से साफ मना कर दिया।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर / संजीव शर्मा

   

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