जम्मू-कश्मीर को बंदूक और ग्रेनेड की नहीं बल्कि शांति और समृद्धि की जरूरत : चुघ

जम्मू , 19 जुलाई (हि.स.)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर के पार्टी प्रभारी तरुण चुघ ने शुक्रवार को केंद्र शासित प्रदेश के लोगों से अब्दुल्ला, मुफ्ती और गांधी-नेहरू परिवारों को जम्मू-कश्मीर की राजनीति से पूरी तरह बाहर करने का आह्वान किया। यहां एक सभा को संबोधित करते हुए चुघ ने कहा कि तीनों परिवारों ने अपने निहित राजनीतिक हितों को बढ़ावा देने के लिए जम्मू-कश्मीर की संस्कृति और अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। उन्होंने सीमा पार की ताकतों की सक्रिय मदद से जम्मू-कश्मीर को देश की आतंकवाद की राजधानी में बदल दिया।

उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला लगभग हर दूसरे दिन पाकिस्तान की कसम खाते हैं जबकि मुफ्ती भी जम्मू-कश्मीर के विकास के बारे में बात करने के बजाय अक्सर पाकिस्तान के हितों की वकालत करते रहे हैं। आगामी चुनावों में तीनों दलों को बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने पाकिस्तानी ताकतों की ओर से लोगों के भाग्य को बर्बाद किया है और इतने सालों तक उनका शोषण किया है।

चुघ ने कहा कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं और महिलाओं को एक नया दृष्टिकोण दिया है जो अब अपने विकास के लिए काम करना चाहते हैं और अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं। हालांकि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित ताकतें अभी भी जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन आने वाले दिनों में उनसे सख्ती से निपटा जाएगा और उनके नापाक इरादों को निर्णायक रूप से परास्त किया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा / सुनीत निगम

   

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