जम्मू-कश्मीर को बदलने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं-उपमुख्यमंत्री
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- Jan 28, 2025
जम्मू 28 जनवरी (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री ने गुलिस्तान न्यूज नेटवर्क द्वारा आयोजित ’बदलता जम्मू-कश्मीर’ कॉन्क्लेव में वर्तमान सरकार द्वारा शुरू किए गए जन-हितैषी उपायों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर को बदलने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
कॉन्क्लेव में स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री सकीना इत्तू, कृषि एवं बागवानी मंत्री जावेद डार, एफसीएस एवं सीए मंत्री सतीश शर्मा, विधायक, डीडीसी सदस्य, बुद्धिजीवी, शिक्षाविद, मीडियाकर्मी और विभिन्न क्षेत्रों के लोग शामिल हुए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब से वर्तमान सरकार ने कार्यभार संभाला है, तब से जम्मू-कश्मीर को भारत का सबसे विकसित हिस्सा बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा इन प्रमुख कार्यक्रमों से सामाजिक-आर्थिक और विकासात्मक पहलों को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को लाभ मिलेगा। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों पहले ही राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा कर चुके हैं और हम इस वादे को पूरा करने के लिए तत्पर हैं। खनन कार्यों को सुव्यवस्थित करने के लिए की गई पहलों का उल्लेख करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि खनिजों के अवैध निष्कर्षण को रोकने के लिए सख्त प्रवर्तन सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियों को अंजाम देते समय क्षेत्र की पारिस्थितिकी की सुरक्षा के लिए तंत्र भी तैयार किया गया है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आवश्यक हस्तक्षेप के माध्यम से स्थानीय उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा हम स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र को पुनर्जीवित करने और उत्प्रेरित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को अपेक्षित बढ़ावा मिले।
यह हमारे कुशल और गैर-कुशल युवाओं के लिए रोजगार सृजन सुनिश्चित करने में भी एक लंबा रास्ता तय करेगा। ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी बढ़ाने का जिक्र करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पीर पंचाल रोड नेटवर्क को 4 लेन सड़कों के प्रावधान पर सक्रिय रूप से विचार कर रही है ताकि यात्रा का समय कम हो और लोगों को लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले ही संबंधित केंद्रीय मंत्रालय के साथ इस मुद्दे को उठाया है और कहा कि हम केंद्र के साथ जम्मू और कश्मीर के अन्य हिस्सों में रेल संपर्क का मुद्दा भी उठा रहे हैं ताकि आम जनता की सुविधा के लिए रेलवे का एक विस्तृत नेटवर्क स्थापित किया जा सके। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।