चाकूबाजी की घटना चिंताजनक, स्कूल प्रशासन रखे ध्यान: डीएसपी नेहा पवार 

बीआरसी भवन में आयोजित बैठक में उपस्थित विभिन्न स्कूलों के प्राचार्य।बीआरसी भवन में आयोजित बैठक को संबोधित करती हुई डीएसपी नेहा पवार।

धमतरी, 6 दिसंबर (हि.स.)। धमतरी शहर के सर्वोदय स्कूल में 11वीं के एक छात्र द्वारा दो शिक्षकों पर चाकूबाजी की घटना ने सभी को विचलित कर दिया है।

घटना के बाद प्रशासन ने आनंद-फानन में शुक्रवार छह दिसंबर को बीआरसी भवन में धमतरी ब्लाक के प्राचार्य की बैठक आयोजित की। बैठक में प्राचार्यों को संबोधित करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नेहा पवार ने कहा कि इस तरह की घटना होना काफी दुखद व चिंताजनक है। स्कूल में बच्चों की हरकतों व कई असामान्य घटनाओं पर ध्यान देना आवश्यक है। छोटी-छोटी बातों को नजर अंदाज न करें। यही आगे चलकर बड़ी दुर्घटनाओं का रूप लेती है।

उन्होंने आगे कहा कि स्कूल में विद्यार्थी विद्या अध्ययन के लिए आते हैं। इस तरह की घटना अनुचित है इसे लेकर शिक्षकों के साथ ही साथ पालकों को गंभीर होना होगा। स्कूल में मोबाइल लाना भी अनुचित है। किसी भी तरह की शिकायत आने पर प्राचार्य, शिक्षक उन्हें स्वयं कोतवाली थाना व कंट्रोल रूम में सीधे संपर्क कर सकते हैं। स्कूली छात्रों के बैग की अकस्मात जांच की जानी चाहिए। आपत्तिजनक सामान मिलने पर उनके पालकों को बुलाकर समझाइश दी जाए। स्कूलों में शिकायत पेटी रखी जानी चाहिए। इसके अलावा पालक समिति की बैठक में ऐसे विषयों पर भी चर्चा की जाए।

बैठक में उपस्थित बिरेतरा स्कूल के प्राचार्य गेवाराम नेताम ने कहा कि, शासन के दिशा निर्देश अनुसार शिक्षक किसी छात्र पर कड़ाई नहीं कर सकते, ऐसे में वे चाहकर भी दंड नहीं दे सकते। कई स्कूलों में छात्र मोबाइल लेकर आते हैं, नशापान करके आते हैं। ऐसे में इन पर लगाम लगनी चाहिए। पूर्व की भांति ही शक्ति टीम द्वारा स्कूलों का निरीक्षण किया जाए। कई छात्र वाहन दौड़ाते हुए दिखाई देते हैं इन पर भी पुलिस द्वारा कार्रवाई करे। देमार स्कूल के प्राचार्य देवनाथ साहू ने कहा कि स्कूलों की भी सतत मानीटरिंग की जाए, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगा सके। समय-समय पर पुलिस द्वारा निरीक्षण करने से कुछ राहत मिलेगी। आज के बदले हुए समय में शिक्षकों के सामने कई प्रकार की चुनौतियां हैं। ऐसे में पालकों को भी जागरूक होना पड़ेगा। बैठक में बीआरसी ललित सिन्हा, एबीईओ कमलेश ध्रुव, शैलजा पांडे, नम्रता पाठक सहित काफी संख्या में प्राचार्य उपस्थित थे।

अत्यंत खेद व चिंतनीय है ऐसी घटना

छात्र का शिक्षक के प्रति असामान्य व्यवहार अचानक ,आकस्मिक रूप से किया जाना कुछ न कुछ पहले से किसी बात या विषय का रंजिश होना प्रतीत होता है। ऐसी स्थितियों में पूर्व से ही छात्र छात्राओं व शिक्षकों के बेहतर समन्वय के लिए छात्र ,पालक, शिक्षक व प्रबंधन समिति की पीटीएम की बैठक अतिआवश्यक है। छात्र का व्यवहार असामान्य होना मोबाईल, नशा व पालक शिक्षक छात्र व प्रबंधन समिति के बीच दूरियां भी एक कारण होता है।

गजानंद साहू, मनोवैज्ञानिक, पूर्व अध्यक्ष बाल कल्याण समिति धमतरी।

हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा

   

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