मंडी  में हिंदू विरोधी ताकतों के खिलाफ साधू संतों का विरोध प्रदर्शन

मंडी, 28 सितंबर (हि.स.)। मंडी में मस्जिद विवाद को लेकर एक बार फिर हिन्दू संगठनों ने एक साथ मिलकर मंडी शहर के सेरी चानणी में प्रदर्शन किया। इस दौरान साधू संतों की मौजूदगी में भारी संख्या में लोंगों ने भाग लिया और मण्डी शहर भर का भ्रमण कर लोगों को जागरूक किया। साधू संतों के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने शहर भर का भ्रमण किया और उसके उपायुक्त मण्डी को ज्ञापन दिया।

वहीं हिन्दू संगठनों का नेतृत्व कर रहे साधू संत ने कहा 1947 से शिक्षा का जेहाद चला जिसमें हिन्दूओं को गुरूकुल से हटाकर स्कूलों में पहुंचा दिया गया और स्कूल का मतलब आज तक समझ नहीं आया, किश्चियन सभ्यता से शिक्षा दी गई और हमें भीड़ के रूप में विकरित किया गया।

उन्होंने कहा कि इस्लाम हमारे साथ रह सकता है जो हमारे भारत में उस वक्त था, लेकिन छोटे भाई का पायजामा, बडे़ भाई का कुर्ता, और गोल टोपी पहनने वाला रोहिंग्या प्रवासी हमें देवभूमि हिमाचल में नहीं चाहिये। उन्होंने कहा कि बहू बेटियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहा है, जब सरकारें संस्कृति की ग्रेविटी को अपने कण्ट्रोल में लेकर उसको सुरक्षा नहीं दे पाती, उसको धरती पर शासन करने का कोई अधिकार नहीं रहता।

उन्होंने कहा कि हम सचेत करने आये हैं, हम रावण को नहीं अपनाते, और कंस को भी नहीं अपनाते चाहे वो मामा ही हो, जो धर्म संस्कृति और राष्ट्र के खिलाफ जाता है, हम उसके पक्ष कभी खडे़ नहीं होते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

   

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