नशा मुक्त भारत के लिए आयुष और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के बीच समझौता
- Admin Admin
- Feb 12, 2025
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नई दिल्ली, 12 फ़रवरी (हि.स.) नशा मुक्त भारत अभियान के तहत आयुष मंत्रालय और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने बुधवार को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस रणनीतिक साझेदारी का उद्देश्य वृद्धजनों की स्वास्थ्य सेवा बढ़ाने और मादक द्रव्यों के सेवन से निपटने के लिए आयुष-आधारित हस्तक्षेपों को लागू करना है।
यह समझौता ज्ञापन वरिष्ठ नागरिकों और मादक द्रव्यों के सेवन से प्रभावित लोगों के बीच स्वास्थ्य संवर्धन के लिए सहकारी पहल विकसित करने की दिशा में एक अग्रणी कदम है।
आयुष मंत्रालय में आयोजित समझौता ज्ञापन समारोह में केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव और केंद्रीय राज्यमंत्री सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय बीएल वर्मा मौजूद थे। इस अवसर पर आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय सचिव अमित यादव, डॉ. मनोज नेसारी, सलाहकार (आयुर्वेद) उपस्थित थे।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत दुनिया में युवाओं के देश के रूप में जाना जाता है। इसके साथ भारत में बुजुर्गों की संख्या भी बढ़ रही है। जाहिर है देश में उनसे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं भी सामने आएंगी। इसी को देखते हुए आज हमने सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय के साथ करार किया है, जिसके तहत बुजुर्गों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के साथ बच्चों में नशे की लत को आयुष की सहायता से छुड़वाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस समझौता ज्ञापन के मुख्य उद्देश्यों में आयुष मंत्रालय और सामाजिक न्याय मंत्रालय के बीच सहयोग, अभिसरण और तालमेल विकसित करना है। इसके साथ अनुसंधान को बढ़ावा देने के साथ स्वास्थ्य संवर्धन गतिविधियां को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री जाधव ने कहा कि सामाजिक कल्याण पहल के साथ-साथ आयुष प्रणालियों के समग्र दृष्टिकोण का लाभ उठाकर, हमारा लक्ष्य हमारे वरिष्ठ नागरिकों और मादक द्रव्यों के सेवन से प्रभावित लोगों को सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत, सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। आयुष मंत्रालय के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर होने से देश के वरिष्ठ नागरिकों को बड़े पैमाने पर लाभ होगा। एमओयू के तहत बुजुर्ग-विशिष्ट प्रशिक्षण मॉड्यूल, उपचार प्रोटोकॉल, योग प्रशिक्षण कार्यक्रम, निवारक और उपचारात्मक प्रथाओं को साझा करना आदि का विकास हमारे वरिष्ठ नागरिकों को स्वस्थ जीवन जीने में सक्षम बनाने में काफी मदद करेगा। आयुष मंत्रालय के सचिव, वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि बढ़ती आबादी के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और पहल हैं, जैसे कि राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत वृद्धावस्था स्वास्थ्य देखभाल शिविर। आयुष मंत्रालय वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, और यह समझौता ज्ञापन गुणवत्ता प्रदान करने के हमारे प्रयासों को बढ़ावा देगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी