दुकानों के बाहर डस्टबीन नहीं तो 500 रुपये लेकर देगा निगम, कचरा मिलने पर सौ रुपए जुर्माना
- Admin Admin
- Apr 25, 2025

-नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण, नाली की सफाई न होने पर पेनाल्टी लगाने के निर्देश-बसवार स्थित लीगेसी वेस्ट प्लांट भी पहुंचे, सीएंडडी वेस्ट प्लांट में बने उत्पाद निखारेंगे शहरप्रयागराज, 25 अप्रैल (हि.स.)। नगर आयुक्त साईं तेजा ने शुक्रवार को भारद्वाज आश्रम के पास और आनंद भवन के सामने सफाई व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें नालियों की ठीक से सफाई नहीं मिली। इस पर उन्होंने सफाई इंस्पेक्टर पर गहरी नाराजगी जताई।नगर आयुक्त ने साफ निर्देश दिए कि सभी दुकानों के बाहर दो डस्टबीन अवश्य रखवाए जाएं। जिन दुकानों के बाहर और सामने गंदगी मिले, उन पर 100 रुपये और जिनके पास डस्टबीन न हो उन पर 500 रुपये का फाइन लगाया जाए और उन्हें दो डस्टबीन उपलब्ध कराया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी आदेश दिया कि डस्टबीन को चूने का घेरा बनवाकर रखा जाए, ताकि स्वच्छता बनी रहे।निरीक्षण के बाद नगर आयुक्त नैनी स्थित बसवार लीगेसी वेस्ट प्लांट पहुंचे, जहां उन्होंने फ्रेश वेस्ट, लिगेसी वेस्ट और सीएंडी वेस्ट प्लांट का निरीक्षण किया। अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि वर्तमान में लगभग 3 लाख टन लिगेसी वेस्ट शेष है, जिसे शीघ्र निस्तारित करने के प्रयास जारी हैं। नगर आयुक्त ने एसएलएफ (साइंटिफिक लैंडफिल) साइट का भी निरीक्षण किया और कचरे से वैकल्पिक ईंधन तैयार करने के लिए कार्यरत कम्पनी को शेडर लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने आरडीएफ को सीमेंट कम्पनियों तक पहुंचाने के लिए अन्य कम्पनियों से भी समन्वय बैठाने हेतु मीटिंग करने को कहा। निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त दीपेंद्र यादव, सहायक नगर आयुक्त दीपशिखा पांडेय, पर्यावरण अभियंता उत्तम वर्मा समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
-डिवाइडर पर लगेंगे मलबे, बनाए गए गमलेसीएंडी प्लांट के निरीक्षण के लिए पहुंचे नगर आयुक्त ने वहां तैयार हो रही टाइल्स और गमले खरीदने की बात कही। अधिकारियों ने उन्हें बताया कि महाकुम्भ के दौरान निर्माण कार्यों में सीएंडी वेस्ट प्लांट से बनी चेकर्ड टाइल्स और अन्य उत्पादों का इस्तेमाल किया गया है। इस पर नगर आयुक्त ने निर्देश दिए कि डिवाइडरों पर रखने के लिए उनकी साइज में गमले बनाए जाएं। साथ ही उन्होंने निगम की ओर से चल रहे अन्य निर्माण कार्यों में भी प्लांट से बनी ईंटों सहित अन्य उत्पाद इस्तेमाल करने के निर्देश दिए।प्रयागराज नगर निगम (पीएमसी) ने 2021 में बसवार में निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट प्रबंधन (सीएंडडी वेस्ट रिसाइकिलिंग) प्लांट स्थापित किया है। नगर निगम न केवल इस संयंत्र से तैयार निर्माण उत्पादों का 40þ खरीद रहा है, बल्कि उन्हें बेचने में भी मदद कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि इससे नागरिकों को सस्ती और पर्यावरण के अनुकूल निर्माण सामग्री भी उपलब्ध हो रही है।-565 करोड़ की लागत से लगाया गया है प्लांटप्रयागराज स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत स्थापित, यह उत्तर प्रदेश का पहला सीएंडडी प्लांट है। प्लांट में मलबे को सीसी ईंटों, चेकर्ड टाइल्स, पेवर ब्लॉक जैसे उपयोगी उत्पादों में बदला जाता है। ये न केवल पारम्परिक उत्पाद की तुलना में अधिक मजबूत हैं, बल्कि उचित मूल्य पर भी उपलब्ध हैं। इस सीएंडडी प्लांट की लागत करीब 565 करोड़ रुपये है। कंपनी ने इस प्लांट में अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया है, जो कई तरह के निर्माण उत्पाद बनाती हैं। -मलबा संग्रहण के लिए 15 केंद्रमलबे की रिसाइकिलिंग को और भी प्रभावी बनाने के लिए नगर निगम ने शहर भर में 15 स्थानों पर संग्रह केंद्र बनाए हैं। यहां लोग अपने घरों या कारोबार से निकलने वाले मलबे को जमा कर सकते हैं। इससे नागरिकों के लिए मलबे का निपटान करना आसान हो जाता है। इससे मलबा सही जगह पर पहुंचता है और रिसाइकिलिंग प्रक्रिया का हिस्सा बनता है। इसके अलावा नगर निगम ने टोल फ्री नंबर 1920 भी जारी किया है, जिससे लोग मलबे के संग्रह के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और मकान तोड़ने के बाद इन केंद्रों पर मलबा जमा कर सकते हैं। -नामित संग्रहण केंद्रकाल्विन आई हॉस्पिटल केएन काटजू रोड, पोर्ट स्टेडियम के पास लकड़ी मंडी खुल्दाबाद, डंपिंग साइट अतरसुइया, गंगा दर्शन ट्रांसफार्मर मेहदौरी, बीएसएनएल कार्यालय मम्फोर्डगंज, सगुन निलयम बेली रोड, हॉलैंड हॉल के पास कर्नलगंज थाना, गोरा कब्रिस्तान के सामने नाले के पास, हैजा (आईडीएच) परिसर, दारागंज रेलवे स्टेशन के पास डंपिंग साइट, भट्टा गांव के बाहर सड़क से सटी जमीन एमआरएफ सेंटर के पास, जहांगीराबाद मत्स्य पालन तालाब रोड से सटी जमीन, पोर्ट स्टेशन के पास पार्क के बगल में ट्रांसपोर्ट नगर, आईईआरटी ग्राउंड सलोरी एवं प्राइमरी स्कूल के पास अंदावान है।-प्रयागराज के सीएंडडी प्लांट की मुख्य विशेषताएं-क्षमताः 200 टन प्रतिदिन-उत्पादः सीसी ईंटें, चेकर्ड टाइल्स, इंटरलॉकिंग टाइल्स, कर्व स्टोन, फ्लावर पॉट्स, गिट्टियां, फिलिंग सैंड।-सुविधाः नागरिकों के लिए टोल-फ्री नंबर 1920-तकनीकः उन्नत अपशिष्ट प्रसंस्करण तकनीक-पर्यावरण पर प्रभावः न्यूनतम-गुणवत्ता मानकः उच्चतम गुणवत्ता मानकों को पूरा करता है।
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र