यमुनानगर में भाकियू ने चावल से भरे ट्राले पकड़े:राजस्थानी नंबर और पंजाब का बिल; ड्राइवर बोले- हमें यही लोकेशन बताई
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- Nov 04, 2025
यमुनानगर जिले में भारतीय किसान यूनियन(चढूनी) ने सोमवार की रात को व्यासपुर रोड स्थित रामखेड़ी गांव में चावल से भरे दो राजस्थान नंबर ट्राले पकड़े। किसानों का आरोप है कि जब उन्होंने ट्राला ड्राइवरों से बिल मांगे, तो वह पेश नहीं कर पाए। दबाव देने पर करीब एक घंटे बाद मोबाइल पर बिल मंगवाए, तो वे चावल दिल्ली से पटियाला ले जाने के थे। किसानों का कहना है कि यदि ये चावल दिल्ली से पटियाला लेकर जाने थे, तो उलटी दिशा में करीब 80 दूर यमुनानगर में यह ट्राले क्या कर रहे हैं और जो बिल ड्राइवरों द्वारा दिखाया, वह 30 अक्तूबर का कटा हुआ है। ऐसे में किसानों ने तुरंत डायल 112 पर सूचना दी और पुलिस ने भी मौके पर पहुंच पूछताछ की। नंबर प्लेट पर किया पेंट भाकियू के व्यासपुर ब्लॉक डायरेक्टर सतिंद्र संधू ने कहा कि रात करीब नौ बजे उनके ब्लॉक प्रधान के पास सूचना प्राप्त हुई थी कि चावल से भरे राजस्थान नंबर दो ट्राले इस समय रामखेड़ी गांव के पास एक ढाबे के बाहर खड़े हुए हैं और कोई नंबर न नोट कर पाए, इसलिए प्लेट पर हल्का पेंट भी किया हुआ है सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे और ट्राला ड्राइवरों से पूछताछ की। ड्राइवरों ने जब चावल के बिल मांगे, तो उसके पास बिल नहीं पाए गए। उन्होंने तुरंत इस बारे डायल 112 पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ट्राला ड्राइवरों से पूछताछ की। ड्राइवर बोले-हमें यही लोकेशन बताई भाकियू का आरोप है कि ट्राला ड्राइवरों ने इस दौरान किसानों के साथ-साथ पुलिस के साथ भी अच्छा व्यवहार नहीं किया। काफी कहने पर ड्राइवरों के मोबाइल पर 30 अक्तूबर का एक बिल जनरेट होकर आया, जिस पर यह चावल दिल्ली से पटियाला लेकर जाना लिखा था। सतिंद्र ने कहा कि दिल्ली से पटियाला ले जाने के लिए नेशनल हाईवे-44 का रूट पड़ता है। ऐसे में यह ट्राले उलटी दिशा में करीब 80 किलोमीटर दूर यमुनानगर के अंदर क्या कर रहे हैं। इस बारे जब ड्राइवरों से पूछा, तो उनका कहना है कि उन्हें यही लोकेशन बताई गई थी। कोई अधिकारी नहीं पहुंचा भाकियू व्यासपुर के ब्लॉक प्रधान नायब सिंह ने बताया कि उन्होंने मौके पर ट्रालों को रोककर डीएफएससी के अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन कोई भी उपस्थित नहीं हुआ। भाकियू का आरोप है कि बाहर का चावल हरियाणा में सप्लाई होने से लोकल किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। यदि जल्द सरकार व प्रशासन ने इसे नहीं रोका, तो भाकियू आंदोलन पर उतरेगी।



