झुंझुनू, 2 दिसंबर (हि.स.)। झुंझुनू जिले में एक तेज रफ्तार थार दुकान में जा घुसी। हादसे में छह लोग घायल हो गए। इनमें 3 को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। घटना सदर थाना इलाके के नयासर गांव में सोमवार को हुई थी। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने ड्राइवर को पकड़ लिया। कार ने दुकान को इतनी जोर से टक्कर मारी कि एक तरफ की दीवार ढह गई।
झु्ंझुनू के सदर थाना इंचार्ज अशोक चाैधरी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि थाना इलाके के नयासर गांव के चाैक पर थार कार किराना शॉप में घुस गई। कार की चपेट में आकर दुकान मालिक देवकरण कस्वां (68), अखबार पढ़ रहे दो स्थानीय व्यक्ति राकेश कस्वां (50), रणवीर कस्वां (55) और दुकान पर सामान खरीदने रुके बाइक सवार मनोज मेघवाल (45) और उसके दो बेटे पुष्पेंद्र (23) व आर्यन (18) घायल हो गए। घायलों को बीडीके हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जहां से गंभीर घायल राकेश कस्वां पुत्र विद्याधर, रणवीर कस्वां पुत्र रामकुमार और पुष्पेंद्र को जयपुर रेफर किया गया। जयपुर में इलाज के दौरान पुष्पेंद्र ने दम तोड़ दिया। पुष्पेंद्र अपने पिता मनोज और छोटे भाई आर्यन के साथ बाइक पर दुकान पर आया था। तीनों खेत में मजदूरी करने जा रहे थे। दुकान पर सामान लेने रुके थे।
लोगों ने आरोप लगाया कि थार गाड़ी रेंटल है। इसकी नंबर प्लेट, चेसिस नंबर फर्जी हैं और यह बिना रजिस्ट्रेशन के घूम रही है। इसके बारे में पुलिस जांच में पता लगाएगी। सारे रिकॉर्ड चेक करेंगे। इलाके के सीसीटीवी भी खंगाल रहे हैं। उचित मुआवजे के लिए ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे।
मौके पर तुरंत लोगों की भीड़ जुट गई। कुछ लोगों ने थार में सवार ड्राइवर नवीन को पकड़ लिया। इसके बाद सदर थाने को सूचना दी। चश्मदीद और स्थानीय निवासी पवन ने बताया कि दो लोगों के पैर बुरी तरह कुचल गए। इन गाड़ियों को रेंट पर झुंझुनूं का कोई व्यक्ति चलाता है। इनकी नंबर प्लेट चेसिस नंबर सब फर्जी हैं। एक्सीडेंट के बाद हमने ड्राइवर को पकड़ लिया तो कुछ देर बाद दूसरी ब्लैक कलर की स्कॉर्पियो में एक महिला ड्राइवर को छुड़ाने के लिए आ गई। आते ही गाली-गलौज करने लगे। वह ड्राइवर को छुड़ाने की कोशिश करने लगी। बोली यह मेरा बेटा है। स्थानीय निवासी पवन ने बताया कि झुंझुनूं में बिना रजिस्ट्रेशन ने फर्जी नंबर प्लेट के साथ ये गाड़ियां चल रही हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस ने भी कुछ नहीं किया। आते ही युवक को पुलिस वाहन में बैठा लिया। पुलिस ने एंबुलेंस की जगह पहले क्रेन बुलाई ताकि थार गाड़ी को ले जा सके। ये भी नहीं पूछा कि किसे कहां चोट लगी। घायलों में तो एक व्यक्ति पैरालाइज्ड है। हम लोगों ने थार के ऑनर को मौके पर बुलाने, उसे गिरफ्तार करने, उसकी सारी गाड़ियों को जब्त करने, गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने, टूटी दुकान और सामान की क्षति पूर्ति कराने और घायलों को आर्थिक मदद देने की मांग की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रमेश