दुश्मन देश जम्मू-कश्मीर की शांति और सौहार्द को भंग करने के लिए कर रहा हर संभव प्रयास - डीआईजी शिव कुमार
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- Nov 09, 2024
जम्मू, 09 नवंबर (हि.स.)। जम्मू-कठुआ-सांबा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शिव कुमार शर्मा ने शनिवार को कहा कि दुश्मन देश जम्मू-कश्मीर की शांति और सौहार्द को भंग करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियां उनके नापाक इरादों को विफल करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।
पड़ोसी देश पाकिस्तान का नाम लिए बिना डीआईजी शिव कुमार शर्मा ने कहा कि दुश्मन देश जम्मू-कश्मीर की शांति और सौहार्द को भंग करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दुश्मन देश जम्मू-कश्मीर की शांति और सौहार्द को भंग करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। हाल के दिनों में आतंकवादियों ने विभिन्न घटनाओं के माध्यम से जम्मू क्षेत्र में अपनी मौजूदगी दिखाई है। लेकिन मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां पूरी ताकत से दुश्मन देश के इरादों को विफल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की धरती पर जो भी घुसपैठिया आएगा, उसे मार गिराया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षाबल घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए सतर्क हैं। हम उन्हें किसी भी कीमत पर बेअसर कर देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे अधिकारी और जवान राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अपनी जान दे रहे हैं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी।
मध्य कश्मीर के गांदरबल में गगनगीर जैसी घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर डीआईजी ने कहा कि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने राष्ट्रीय परियोजनाओं के प्रमुखों के साथ बैठकें की हैं जहां उनकी सुरक्षा और भलाई के लिए सुरक्षा संबंधी मापदंडों की जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संबंधित एजेंसियों के साथ आमने-सामने की बैठकें अभी भी चल रही हैं।
किश्तवाड़ जिले में दो विलेज डिफेंस गार्ड (वीडीजी) सदस्यों की हत्या पर उन्होंने कहा कि आतंकवादी अपना अस्तित्व दिखाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सुरक्षाबलों के साथ-साथ जनता भी उनके इरादों से वाकिफ है। जनता अपने-अपने क्षेत्रों में संदिग्ध तत्वों के बारे में जानकारी साझा करने में हमारे साथ कुशलतापूर्वक समन्वय कर रही है। मैं उनसे अपील करता हूं कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो वे बेझिझक पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों से संपर्क करें क्योंकि उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / बलवान सिंह