पत्रकारों पर दुर्व्यवहार से आक्रोषित पत्रकार महासंघ ने किया अनशन 

मामले को गंभीरता से लेकर जिलाधिकारी ने कार्यवाही का आश्वासन देकर समाप्त कराया अनशन

हमीरपुर, 04 नवम्बर (हि.स.)। नगर पंचायत सरीला में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले दो पत्रकारों को चेयरमैन व उसके गुर्गाे ने बंधक बनाकर निर्वस्त्र कर मारपीट मामले में पत्रकारों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट के गोल चबूतरे में अनशन कर पांच सूत्री मांग पत्र जिलाधिकारी घनश्याम मीना को देर शाम सौंपा। इस दौरान जिलाधिकारी ने पत्रकारों की जायज मांगों को सुन उन्हें समूचे प्रकरण की जांच करवाकर मांगो को पूर्ण करने का आवश्वासन दिया।

पत्रकारों ने बताया कि अमित द्विवेदी व शैलेन्द्र मिश्रा ने नगर पंचायत सरीला में व्याप्त भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया। इससे नाराज चेयरमैन पवन अनुरागी ने अपने साथियों गंगा प्रसाद, अखिलेश राजपूत, विक्रम यादव, नरेंद्र विश्वकर्मा, आरके सोनी, आकाश अनुरागी आदि ने बीते 27 अक्टूबर को धोखे से बुलाकर बंधक बना निर्वस्त्र कर मारापीटा। साथ ही अमानवीय व्यवहार कर मूत्र पिलाने का कुकृत्य किया। इस घटना से पत्रकारों में भारी आक्रोश है। पत्रकारों ने सोमवार को आंबेडकर पार्क में बैठक की। जिसमें सर्वसम्मति से अनिश्चित कालीन अनशन का निर्णय लिया। पत्रकारों ने फर्जी मुकदमे को वापस लेने, आरोपियों के खिलाफ अपहरण कर बंधक बनाने, असलहा लगाकर वीडियो बनाने जैसी धाराएं बढ़ाने, गैंग बनाकर घटना को अंजाम देने पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने, मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी सहित घटना को छुपा कर आरोपियों का सहयोग करने वाले पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग की। वहीं जिलाधिकारी घनश्याम मीना ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अनशन स्थल पर पहुंच पत्रकारों से बातचीत के बाद मांग पूरी करने का आश्वासन देकर अनशन को समाप्त करवाया। इस दौरान मुख्य रूप से श्रीप्रकाश शुक्ला, मुनीर खां, मनोज त्रिपाठी, अरुण श्रीवास, जितेश चौरसिया, उस्मान, जितेंद्र पांडेय, शशिकांत सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा

   

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