विश्वविद्यालय को बेवजह बंद और तालाबंदी करने वाले छात्रों पर कसेगा कानूनी शिकंजा
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- Dec 02, 2024
भागलपुर, 2 दिसंबर (हि.स.)। विश्वविद्यालय को छात्रों द्वारा बेवजह बंद कराने, तालाबंदी आदि मामले में टीएमबीयू प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए इसमें शामिल छात्रों पर कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की प्रॉक्टर प्रो. अर्चना कुमारी साह ने सोमवार को कहा कि विश्वविद्यालय में बेवजह हंगामा और तालाबंदी करने वाले छात्रों और छात्र संगठनों पर कानूनी शिकंजा कसा जायेगा। किसी भी सूरत में विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रशासनिक माहौल को खराब नहीं होने दिया जायेगा। हंगामा, प्रदर्शन और तालाबंदी करने में शामिल सभी दोषी छात्रों की शिनाख्त कर कानूनी और अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। विश्वविद्यालय को जबरन बंद कराना इसमें शामिल छात्रों की उदंडता को दर्शाता है। साथ ही इससे सरकारी कामकाज में भी बाधा आती है।
प्रॉक्टर ने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा का मंदिर है। यहां छात्र पढ़ाई के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की सामाजिक प्रतिष्ठा और साख को बरकरार रखने में सबों का सहयोग जरूरी है। छात्र अपनी समस्या को उचित माध्यम से रखें न कि हंगामा और तालाबंदी करे। विश्वविद्यालय में हंगामा करने वाले छात्रों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। सभी दोषी छात्रों को कार्रवाई के जद में लाया जाएगा। विश्वविद्यालय का अनुशासन तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
डीएसडब्ल्यू प्रो. बिजेंद्र कुमार और प्रॉक्टर प्रो. अर्चना कुमारी साह के समझाने पर सोमवार को विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन में तालाबंदी करने वाले छात्रों ने कर्मचारियों को काम पर जाने दिया। लिहाजा अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद विश्वविद्यालय का कामकाज सुचारू रूप से चलने लगा। प्रॉक्टर ने कहा कि हंगामा करने वाले छात्रों को हिदायत दी गई कि वे भविष्य में इस तरह की हरकत न करें अन्यथा आगे से विश्वविद्यालय प्रशासन दोषी छात्रों पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य हो जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर