जौनपुर, 09 नवंबर (हि. स.)। योगी सरकार द्वारा 26 हज़ार सरकारी स्कूल पहले ही बंद किया जा चुका है और वर्तमान शैक्षिक सत्र 2024-25 में 27000 और सरकारी स्कूल बंद करने की योजना बना रखी है। योगी सरकार की इस नीति से खफा आम आदमी पार्टी प्रदेश व्यापी आंदोलन कर रही है। इसी क्रम में शनिवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूर्वांचल प्रभारी अनुराग मिश्रा के नेतृत्व में सरकारी स्कूलों को बंद करने के विरोध में जोरदार प्रदर्शन करते हुए योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को दिया।
इस मौके पूर्वांचल प्रांत प्रभारी डॉक्टर अनुराग मिश्रा ने कहा कि योगी सरकार शिक्षा विरोधी सरकार है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि शिक्षा शेरनी का वह दूध है जिसे जो पियेगा वही दहाड़ेगा। योगी सरकार दलित पिछड़ा और आर्थिक रूप से कमजोर गरीबों को पढ़ने से रोकना चाहती है। इसीलिए सरकारी स्कूलों को बंद कर रही है। आम आदमी पार्टी से बर्दाश्त नहीं करेगी, हम मांग करते हैं कि जो स्कूल बंद किए गए हैं उसे भी खोले जाएं। जिलाध्यक्ष रामरतन विश्वकर्मा ने कहा कि सरकार जानबूझकर सरकारी स्कूलों के पास मानकविहीन निजी विद्यालयों को मान्यता दे रही है जिससे सरकारी स्कूलों की छात्र संख्या घटें और उसे बंद करने का मौका मिले। योगी सरकार ने इस वर्ष नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी स्कूलों में छह साल के नीचे प्रवेश लेने पर रोक लगा दी जबकि यह नियम निजी विद्यालयों में कठोरता से लागू नहीं किया गया जिस कारण से सरकारी विद्यालयों में प्रवेश से वंचित बच्चे प्राइवेट स्कूलों की तरफ चले गए और अचानक सरकारी विद्यालयों की संख्या घट गई। साथ ही एक पत्र निकालकर योगी सरकार ने कहा कि जिन विद्यालयों में 50 से कम छात्र संख्या होगी उन्हें बंद कर पास के सरकारी विद्यालय में उनका संविलयन कर दिया जाएगा। जिला उपाध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि प्रदेश में लाखों की संख्या में बेरोज़गार नौकरी की आस में वैकेंसी का इंतजार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार 50000 सरकारी स्कूलों को बंदकर टीईटी उत्तीर्ण योग्य नौजवानों को बेरोज़गार कर सड़कों पर घूमने को मजबूर कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव