किसानों-पशुपालकों के हित में सहकारिता क्षेत्र में अनेक नीतिगत निर्णय लिये गए : अमित शाह

केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह शुक्रवार को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में एडीसी बैंक के स्वर्णिम शताब्दी महोत्सव में बैंक से जुड़े सेवा सहकार मंडली के सभासद को व्हील चेयर देते हुए।

अहमदाबाद, 4 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने द अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव बैंक (एडीसी बैंक) परिवार के सदस्यों का सेवा की शताब्दी सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर अभिनंदन किया है। शाह ने कहा कि कोई भी संस्थान अनेक उतार-चढ़ाव देख कर जब 100 वर्ष निरंतर कार्य करता है तो समग्र समाज के लिए यह गौरवशाली विषय है। सहकारिता का मूल उद्देश्य सामूहिक उत्कर्ष है, जिसे एडीसी बैंक पिछले 100 वर्ष से पूर्ण कर रहा है। बैंक ने वित्तीय गतिविधियों के अतिरिक्त अनेक साधारण नागरिकों के जीवन को समृद्ध बना कर सामाजिक क्षेत्र में भी ख्याति प्राप्त की है। इसी कारण आज एडीसी बैंक छोटे लोगों के बड़े बैंक के रूप में प्रस्थापित हुआ है।

गृहमंत्री शाह और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की मौजूदगी में शुक्रवार को गांधीनगर स्थित महात्मा मंदिर में एडीसी बैंक का ‘स्वर्णिम शताब्दी महोत्सव’ आयोजित हुआ। केंद्रीय मंत्री शाह ने एडीसी बैंक की सफल शताब्दी को अहमदाबाद जिले सहित गुजरातभर के किसानों के उत्कर्ष के 100 वर्ष बताते हुए कहा कि किसानों तथा साधारण नागरिकों को साहूकारों के विषचक्र से बचाने के लिए वर्ष 1925 में अहमदाबाद में एक छोटे-से कमरे में शुरू हुए बैंक ने 100 वर्षों में अनेक उतार-चढ़ाव देखे हैं।

उन्होंने कहा कि गुजरात के किसानों के पास साधारण व्यवस्थाओं का अभाव था। अकाल के परिणामस्वरूप वे आर्थिक किल्लत तथा साहूकारों के ब्याज के विषचक्र का शिकार होते थे। ऐसे कठिन काल में महात्मा गांधी ने सरदार वल्लभभाई पटेल से गुजरात में सहकारिता की नींव डालने का आह्वान किया। अमित शाह ने इसके साथ ही श्यामजी कृष्ण वर्मा की जयंती पर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हुए उनके जीवन प्रसंगों का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि श्यामजी कृष्ण वर्मा स्वतंत्रता संग्राम के एक उत्कृष्ट स्वतंत्रता सेनानी तथा सच्चे देशभक्त थे। उन्होंने विदेश में रह कर स्वतंत्रता आंदोलन में विशेष योगदान दिया था।

केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि सेवा सहकारी मंडलियों द्वारा हाल में पेट्रोल पंप, खाद बिक्री केंद्र, सस्ते अनाज की दुकानें, पार्लर जैसे अनेक छोटे-बड़े व्यवसाय शुरू किए गए हैं। केंद्र सरकार ने सहकारिता क्षेत्र में मॉडल बाय-लॉज तैयार किए हैं, जिन्हें सभी राज्यों ने स्वीकार किया है। डिजिटल युग में बैंक तथा सहकारी संस्थान कम्प्यूटरीकृत बने हैं। केंद्र व राज्य सरकार की लगभग 300 योजनाओं का सीधा लाभ सहकारिता क्षेत्र को मिलने लगा है। पहली बार पंचमहाल एवं बनासकांठा जिलों की सभी सहकारी मंडलियों के बैंक खाते सहकारी बैंकों में खुलवा कर देश को नई राह दिखाई गई है, जिसका आज समग्र देश में क्रियान्वयन होने जा रहा है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि आज जब एडीसी बैंक ने अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे किए हैं, तब यदि बैंक अहमदाबाद-गांधीनगर के नागरिकों के स्वास्थ्य, पोषण एवं शिक्षा के विकास के लिए सेवा यज्ञ शुरू करेगा तो उसे आवश्यक सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि एडीसी बैंक सभी सहकारी बैंकों का तीर्थ स्थान सिद्ध हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक के नियमानुसार 5 प्रतिशत एनपीए के समक्ष एडीसी बैंक का आधा प्रतिशत से भी कम एनपीए रेट है, जो इस बैंक के संचालकों की बैंक के निवेशकों-सभासदों के प्रति निष्ठा एवं पारदर्शिता दर्शाता है।

मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि समग्र सहकारिता क्षेत्र अमित शाह के दिशादर्शन में सस्टेनेबल डेवलपमेंट तथा ग्रोथ की ओर आगे बढ़ रहा है। राज्य के सहकारिता मंत्री जगदीश विश्वकर्मा ने केंद्र की नीतियों की सराहना की। एडीसी बैंक के वाइस चेयरमैन जगदीशभाई पटेल ने आभार व्यक्त किया। केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने महानुभावों की उपस्थिति में एडीसी बैंक से जुड़ी 575 सेवा सहकार मंडलियों के सभासदों को वॉकर, व्हील चेयर और ट्राइसिकल के अलावा 673 भजन मंडलियों को प्रतीक के रूप में वाद्य यंत्र वितरित किए। इस अवसर पर एडीसी बैंक के ‘विश्वास - सफलता के 100 वर्ष’ के अवसर पर बैंक की विकास गाथा को दर्शाने वाली एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म प्रस्तुत की गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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