इतिहास के पन्नों में 02 नवंंबरः एटलस जहाज पर सवार गिरमिटिया मजदूर पहुंचे थे मॉरिशस
- Admin Admin
- Nov 01, 2024
2 नवंबर 1834 को एटलस नामक जहाज भारतीय मजदूरों को लेकर मॉरीशस पहुंचा था। इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम की याद में मॉरिशस में 2 नवंबर को अप्रवासी दिवस मनाया जाता है।
मॉरीशस पर 1715 में फ्रांस ने कब्जा किया था। 1803 से 1815 के दौरान हुए युद्धों में ब्रिटिशर्स इस द्वीप पर कब्जा पाने में कामयाब हुए। जिसके बाद अंग्रेजी हुकूमत ने मॉरिशस को कृषि प्रधान देश के रूप में विकसित करने की मंशा से 1834 से 1924 के बीच भारतीय मजदूरों को वहां भेजा। इन मजदूरों को बंधुआ मजदूरी के लिए एक एग्रीमेंट (समझौता) के तहत वहां ले जाया गया, जिसे बाद में चलकर गिरमिटिया (एग्रीमेंट का अपभ्रंश) मजदूर कहा गया।
इसकी शुरुआत 2 नवंबर 1834 को हुई जब एटलस नामक जहाज पर सवार होकर ये गिरमिटिया मजदूर अपना देश छोड़ कर मॉरिशस पहुंचे। इनमें 80 फीसदी मजदूर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। जिन्होंने आगे चल कर मॉरिशस की तरक्की व समृद्धि में जबर्दस्त योगदान दिया। भारतीय मूल के सर शिवसागर रामगुलाम की अगुआई में मॉरीशस को 1968 में आजादी मिली। राष्ट्रमंडल के तहत 1992 में यह गणतंत्र बना।
मॉरीशस की कुल आबादी में करीब 52% हिंदू हैं। यह अफ्रीका में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय वाले देशों में से एक है। खास बात यह है कि सैकड़ों साल पहले अपनी धरती छोड़ मॉरिशस जाकर बसे इन भारतीयों के वंशजों ने अपनी जड़ों को अक्षुण्ण रखा है। आस्था, पर्व-त्योहार से लेकर खानपान, भोजपुरी व हिंदी भाषा तक वहां आज भी सुरक्षित है।
अन्य अहम घटनाएंः
1774- अंग्रेज अधिकारी कमांडर इन चीफ ऑफ ब्रिटिश इंडिया राबर्ट क्लाइव ने इंग्लैंड में आत्महत्या की।
1834- एटलस नाम का जहाज भारतीय मजदूरों को लेकर मॉरिशस पहुंचा था, जिसे वहां अप्रवासी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
1835- अमेरिका के मूल निवासियों के विभिन्न गुटों के बीच फ्लोरिडा के ओसिओला में दूसरा सेमीनोले युद्ध शुरू हुआ। यह लड़ाई फ्लोरिडा युद्ध के नाम से भी मशहूर है।
1841 - अकबर खान ने अफ़ग़ानिस्तान में शाह शुजा के खिलाफ विद्रोह किया।
1852 - फ्रेंकलिन पियर्स अमेरिका के राष्ट्रपति बने।
1914 - रूस द्वारा तुर्की के विरुद्ध युद्ध घोषित।
1950 - जार्ज बर्नार्ड शा का 97 वर्ष की आयु में देहावसान।
1951 - मिस्र में ब्रिटेन के खिलाफ हुए प्रदर्शनों पर काबू पाने के लिए करीब छह हजार ब्रिटिश सैनिक पहुंचे।
1984- अमेरिका में 1962 के बाद पहली बार एक महिला वेल्मा बारफिल्ड को फाँसी की सजा दी गयी।
1986- बेरूत में कट्टरपंथियों के जरिए बंधक बनाए गए एक अमेरिकी नागरिक डेविड जैकोब्सन को रिहा कराया गया।
1999- पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में संयुक्त राष्ट्र संघ और अमेरिकी केन्द्रों पर अज्ञात लोगों के द्वारा राकेट से हमला।
2000- पश्चिम एशिया में हिंसा रोकने के फ़ार्मूले पर सहमति।
2001- अफ़ग़ानिस्तान में विशेष बलों की संख्या बढ़ाने का अमेरिका का फैसला।
2004 - चीन के हेनान में जातीय संघर्ष में 20 मरे।
2005- ग़ुलाम नबी आज़ाद ने जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
2007- अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ख़राब सोलर पंखों को ठीक करने के बाद डिस्कवरी के यात्री धरती पर सुरक्षित लौटे।
2008- केन्द्र सरकार ने सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन फंड से धन निकालने की सुविधा समाप्त की।
जन्म
1833 - महेन्द्रलाल सरकार - समाज सुधारक और होम्योपैथ को बढ़ावा देने वाले चिकित्सक थे।
1877 - आगा ख़ाँ तृतीय - शियाओं के निजारी इस्माईली मत के आध्यात्मिक नेता थे।
1883 - बसंत कुमार दास - असम के स्वतंत्रता सेनानी तथा राजनेता।
1897- सोहराब मोदी - प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता तथा फ़िल्म निर्माता-निर्देशक।
1929- राम मोहन- प्रसिद्ध भारतीय चरित्र अभिनेता।
1940 - ममता कालिया, साहित्यकार।
1941- अरुण शौरी - पत्रकार, बुद्धिजीवी, प्रसिद्ध लेखक और राजनेता।
1960- अनु मलिक- हिन्दी फ़िल्म संगीतकार और गायक हैं।
1965- शाहरुख़ ख़ान, हिन्दी फ़िल्म अभिनेता।
1969- संजीव बजाज - बजाज फिनसर्व के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं।
1982 - योगेश्वर दत्त- भारत के प्रसिद्ध पहलवान तथा कुश्ती के खिलाड़ी।
निधन
1885- अण्णा साहेब किर्लोस्कर - मराठी रंगमंच में क्रांति लाने वाले प्रसिद्ध नाटककार।
1965- रसूना सैद - दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान सक्रिय महिला जांबाजों में से एक थीं।
1990- भालचंद्र दिगंबर गरवारे- प्रसिद्ध भारतीय व्यवसायी थे। वे गरवारे समूह के संस्थापक थे।
2012- श्रीराम शंकर अभयंकर - भारतीय - अमेरिकी गणितज्ञ।
महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस (सप्ताह)
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / संजीव पाश