धुबड़ी, (असम), 01 दिसंबर (हि.स.)। असम राज्य महिला आयोग की एक दो सदस्यीय टीम धुबड़ी जेल पहुंची। टीम में आयोग की उप निदेशक नीलिमा देवी और सदस्य परमी दास शामिल हैं। वे जिला जेल में एक महिला वार्डन के उत्पीड़न के मामले की जांच के लिए धुबड़ी पहुंचीं। आयोग की टीम ने धुबड़ी के आवर्त भवन में शीर्ष पुलिस अधिकारियों, जांच टीमों और पीड़ित महिला वार्डन के साथ बंद कमरे में अलग-अलग बैठकें कीं।
महिला आयोग की उप निदेशक नीलिमा देवी ने दावा किया कि धुबड़ी जिला जेल में महिला वार्डन से बलात्कार के प्रयास के सभी सबूत और गवाह मिल गए हैं। उन्होंने धुबड़ी जिला जेल के अधीक्षक प्रशांत राजबंशी की गिरफ्तारी की भी शिफारिश की है।
उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर वह इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात करेंगी। महिला आयोग की उप निदेशक ने जेल के अंदर महिला पर शारीरिक हमले, बलात्कार के प्रयास और धमकी के बावजूद जिला जेल अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर नाराजगी जाहिर की।
नीलिमा देवी ने यह भी कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए जरूरत पड़ने पर महिला आयोग मुख्यमंत्री पर दबाव बनाएगा। नीलिमा देवी ने पुलिस से तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया, क्योंकि जिला अधीक्षक दो बार बुलाए जाने के बावजूद नहीं आए। आरोपित कृष्ण बर्मन और कैदी मुजीबुर्रहमान की गिरफ्तारी के बाद जेल अधीक्षक खुद को बचाने के लिए हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत की कोशिश कर रहे हैं। धुबड़ी पुलिस को महिला आयोग की तरफ से सख्त हिदायत दी गई है कि इस संबंध में किसी को जमानत न मिले।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश