सोनागाछी में नौ दिसंबर को यौन कर्मियों के लिए विशेष मतदान शिविर

कोलकाता, 06 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय की ओर से नौ दिसंबर को एशिया के सबसे बड़े रेड-लाइट क्षेत्र सोनागाछी में एक विशेष शिविर आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य यहां के यौन कर्मियों को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत मतदाता पंजीकरण फॉर्म भरने में सहायता प्रदान करना है। सीईओ की तरफ़ से शनिवार को यह जानकारी दी गई।

सीईओ सूत्रों के अनुसार, पहल उन संगठनों द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब में की जा रही है, जो यौन कर्मियों और उनके बच्चों के कल्याण के लिए काम करते हैं। नौ दिसंबर को सोनागाछी में एक विशेष शिविर आयोजित किया जाएगा, ताकि यौन कर्मियों के फॉर्म भरने संबंधी मुद्दों का समाधान किया जा सके।

मिली जानकारी के अनुसार, इस पहल के तहत निर्वाचन आयोग के अधिकारी 166-श्यामपुर विधानसभा क्षेत्र के वार्डों का दौरा करेंगे। वे यौन कर्मियों से मिलेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और पंजीकरण फॉर्म भरने में आवश्यक सहायता प्रदान करेंगे।

नागरिक समाज संगठन आमरा पदातिक के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि वे खिदिरपुर और कालिघाट के यौन पल्ली इलाकों में यौन कर्मियों की स्थिति को लेकर चिंतित हैं।

उन्होंने बताया कि कालिघाट में लगभग 50 और खिदिरपुर में 70 सेक्स वर्कर्स हैं। उन्हें पंजीकरण फॉर्म भरने को लेकर भ्रम है। हम सीईओ कार्यालय के अधिकारियों से बात करेंगे। 21 नवंबर को यौन कर्मियों के कल्याण के लिए काम करने वाले तीन संगठनों—सोसाइटी ऑफ ह्यूमन डेवलपमेंट एंड सोशल एक्शन, उषा बहुउद्देश्यीय सहकारी सोसाइटी लिमिटेड और आमरा पदातिक—ने सीईओ को ईमेल भेजकर पंजीकरण प्रक्रिया में व्यापक समस्याओं का उल्लेख किया था। कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रक्रिया को लेकर चिंता के चलते क्षेत्र छोड़ने तक की खबर दी थी। इसके जवाब में सीईओ कार्यालय ने आश्वासन दिया कि समुदाय की समस्याओं को सुलझाने और सहायता देने के लिए विशेष शिविर आयोजित किया जाएगा।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / अभिमन्यु गुप्ता

   

सम्बंधित खबर