कानपुर से वापस हुआ मानसून, पूर्वी उप्र की ओर खिसक रही रेखा

कानपुर, 05 अक्टूबर (हि.स.)। कानपुर परिक्षेत्र में बीते एक सप्ताह से बारिश की गतिविधियां नहीं हो रही थी, क्योंकि मानसून वापसी के लिए परिस्थितियां बन चुकी थीं। शनिवार को कानपुर से मानसून ने पूर्णतया वापसी कर ली है और मानसून वापसी की रेखा पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर खिसक गई है। मौसम विभाग का कहना है कि एक या दो दिन में मानसून पूर्वी उत्तर प्रदेश से भी विदाई ले सकता है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून कानपुर मंडल से विदा हो गया है। वापसी की सामान्य तारीख 25 सितंबर है। लगभग एक सप्ताह की देरी के बाद 23 सितंबर को पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी शुरू हो गई थी। कानपुर मंडल में भी ऐसा ही विस्तार (वापसी में देरी) था। लेकिन लगभग 5-7 दिनों तक मानसून के वापस जाने की देरी को सामान्य माना जाता है। अब मानसून की विदाई रेखा कानपुर से पूर्व की ओर बढ़ चुकी हैं और साथ ही उत्तर प्रदेश और उत्तर मध्य प्रदेश के हिस्सों को भी कवर कर रही है। मानसून वापसी की जिस तरह से परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं उससे संभावना है कि एक या दो दिन में पूर्वी उत्तर प्रदेश से भी मानसून वापसी कर लेगा। हालांकि इन दिनों बांदा, चित्रकूट, प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र, वाराणसी, संत रविदास नगर और जौनपुर में हल्की बारिश की संभावना है।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 35.4 और न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 78 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 57 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 2.3 किमी प्रति घंटा रही।मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहने के आसार हैं किंतु वर्षा की कोई संभावना नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार / अजय सिंह

   

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