हिमाचल में 234 शिविरों में 5.92 लाख व्यक्तियों की हुई एचआईवी जांच : सुक्खू
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- Dec 01, 2024
शिमला, 1 दिसंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को शिमला में 37वें विश्व एड्स दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि एचआईवी से निपटने और समग्र स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए पिछले दो वर्षों में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में 8 लाख लोगों को एचआईवी के बारे में जागरूक किया गया और जनवरी 2023 से अक्टूबर 2024 तक 234 जांच शिविर आयोजित किए गए। इन जांच शिविरों में रिकॉर्ड 5,92,902 व्यक्तियों की एचआईवी जांच की गई।
उन्होंने कहा कि राज्य में वर्तमान में 55 जांच और परामर्श केंद्र हैं। साथ ही दो मोबाइल जांच वाहन भी हैं, जिनमें मुफ्त एचआईवी जांच सेवा प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री ने एचआईवी की रोकथाम के लिए गैट अवेयर, गैट टेस्टिड व गैट विक्ट्री ओवर एचआईवी ‘3-जी फॉर्मूला’ दिया। उन्होंने युवाओं से इस सिद्धांत को अपनाने और जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि युवाओं को न केवल स्वयं जागरूक होना चाहिए बल्कि अपने समुदायों में दूसरों को भी स्वेच्छा से एचआईवी जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। रेड रिबन क्लब जैसी पहलों में युवाओं की अधिक भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एचआईवी पॉजिटिव व्यक्तियों को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (एआरटी) केंद्रों के माध्यम से तुरंत मुफ्त उपचार और दवा की सुविधा सुनिश्चित की जा रही है। वर्तमान में, राज्य में 5,897 व्यक्ति मुफ्त उपचार और दवा प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने मादक द्रव्यों के सेवन, सिरिंज के इस्तेमाल और एचआईवी के प्रसार के बीच संबंधों पर चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा कि युवाओं में नशीली दवाओं के सेवन और सिरिंज के माध्यम से मादक द्रव्यों के सेवन के बढ़ते मामले चिन्ता का विषय है। इससे भावी पीढ़ियों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि एचआईवी केवल स्वास्थ्य संबंधी चुनौती नहीं है, बल्कि एक सामाजिक-आर्थिक विषय भी है। उन्होंने भेदभाव को समाप्त करने और व्यापक जागरूकता पैदा करने के लिए सभी विभागों, संस्थानों, शैक्षणिक संस्थाओं, प्रतिनिधियों और समुदाय के सदस्यों से एकजुट प्रयास करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एचआईवी जागरूकता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए ‘कार बिन’ पहल की शुरुआत की। पहले चरण में 4 हजार टैक्सियों को कार बिन निःशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे तथा चरणबद्ध तरीके से राज्य में सभी 30 हजार टैक्सियों को कवर करने की योजना है।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा