त्योहारों पर मिटटी के पात्र बनाने की परम्परा को निभा रहे हैं कुम्हार

नाहन, 07 अक्टूबर (हि.स.)। देश में इस समय त्योहारों का सीजन आरम्भ हो चूका है। शारदीय नवरात्रों से दीवाली तक अनेक त्यौहार मनाये जा रहे हैं। इन त्योहारों पर मिटटी से बने पात्र ,व अन्य सामान जहां शुद्ध माना जाता है वहीं ये उत्पाद आकर्षण का केंद्र भी रहते हैं। सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में वर्षों से कुम्हार लोग मिटटी के विभिन्न उत्पाद बनाते आ रहे हैं। आधुनिकता के दौर में बेशक ये अपने अस्तित्व की जंग लड़ रहे हैं लेकिन फिर भी अपनी परम्परा को कायम रखे हुए हैं।

नाहन में कुम्हार इन दिनों करवा चौथ, अहोई अष्टमी व दीपावली के लिए विशेष करवे, हांडियां, दीपक बनाने उनको सुखाने व उन्हें आकर्षक बनाने में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में इन्हे सम्मलित किया गया है जिससे इनकी आशाएं भी बढ़ी हैं।

स्थानीय कुम्हार बताते हैं कि शहरीकरण के कारण मिटटी की समस्या है। बर्तन पकाने की मुश्किल है और फिर आधुनिक परिवेश में इन्हे विक्रय करने की भी समस्या है। सरकार यदि उन्हें कुछ मदद करे तो यह खानदानी व्यवसाय आगे भी चलेगा अन्यथा युवा इससे दूर हो रहे हैं। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में इन्होने आवेदन किये हैं लेकिन अभी इससे उन्हें जोड़ा नहीं गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / जितेंद्र ठाकुर

   

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