मानसा पेट्रोल पंप ग्रेनेड हमले के पीछे कनाडा के गैंगस्टर अर्श डल्ला का हाथ, मास्टरमाइंड गिरफ्तार
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- Nov 12, 2024
- गिरफ्तार शिमला सिंह ने गुरप्रीत सिंह हरी नौ की हत्या में शामिल शूटरों को दी थी लॉजिस्टिक सहायता
चंडीगढ़, 12 नवंबर (हि.स.)। गैंगस्टर से आतंकी बने अर्श डल्ला के निर्देश पर मानसा पेट्रोल पंप पर हुए ग्रेनेड हमले के मास्टरमाइंड शिमला सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) बठिंडा की टीम ने मानसा पुलिस के साथ संयुक्त अभियान में इस मामले को सुलझाने के साथ ही पंजाब में अर्श डल्ला के नेटवर्क को खत्म करने का भी दावा किया है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मंगलवार काे बताया कि आतंकी अर्श डल्ला के इशारे पर 9 अक्टूबर को गुरप्रीत सिंह हरी नौ उर्फ भोडी की हत्या की गई थी। इस हत्या में शामिल दो शूटरों बरनाला के अनमोलप्रीत सिंह उर्फ विशाल और खरड़ के नवजोत सिंह उर्फ नीतू की गिरफ्तारी के 72 घंटों के कम समय के अंदर पुलिस को यह कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस के अनुसार 26-27 अक्टूबर की दरम्यानी रात को मानसा के सिरसा रोड स्थित जियो के पेट्रोल पंप स्टेशन पर हैंड ग्रेनेड से हमला किया गया था। धमाके के बाद पेट्रोल पंप के मालिक को एक विदेशी मोबाइल नंबर से धमकी भरी कॉल भी आई थी, जिसमें कॉल करने वाले ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए 5 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार किये गए शिमला सिंह ने मानसा ग्रेनेड हमले में अपनी भूमिका कबूलते हुए खुलासा किया कि उसने आतंकी अर्श डल्ला के निर्देश पर गढ़शंकर इलाके से यह ग्रेनेड हासिल किया था। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि शिमला सिंह ने गुरप्रीत सिंह हरी नौ हत्याकांड में शामिल शूटरों को लॉजिस्टिक सहायता भी प्रदान की थी। डीजीपी ने कहा कि शिमला सिंह पहले भी विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल था और अप्रैल, 2023 में सीआई बठिंडा ने शिमला सिंह को तीन पिस्तौलों समेत गिरफ्तार कर उत्तराखंड के एक व्यक्ति को निशाना बनाने की उसकी योजना को नाकाम कर दिया था। उन्होंने आगे कहा कि साजिश के अगले-पिछले संबंधों का पता लगाने के लिए और पूछताछ जारी है तथा इस मामले में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है।
एसएसपी मानसा भागीरथ सिंह मीना ने बताया कि उक्त मामले की आगे की जांच के लिए एसपी इन्वेस्टिगेशन मानसा मनमोहन सिंह औलख की अध्यक्षता में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया था। एसआईटी ने सीआई बठिंडा के साथ तालमेल कर तुरंत कार्रवाई करते हुए वैज्ञानिक तरीके से जांच की। एआईजी सीआई बठिंडा अवनीत कौर ने बताया कि सीआई बठिंडा और मानसा पुलिस की टीमों ने संयुक्त रूप से शिमला सिंह को मानसा के खोखर रोड से उस समय गिरफ्तार किया, जब वह पैदल कहीं जा रहा था।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा