(अपडेट) केंद्र सरकार देशभर में 25,000 जन औषधि केंद्र खोलेगी: प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 7 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जन औषधि दिवस पर कहा कि केंद्र सरकार सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए देशभर में 25,000 जन औषधि केंद्र खोलेगी। प्रधानमंत्री ने सिलवासा में एक कार्यक्रम में केंद्रशासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन एवं दीव के लिए 2580 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास के बाद सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जन औषधि दिवस भी है। उन्होंने जन औषधि को सस्ते इलाज की गारंटी करार दिया। उन्होंने कहा कि जन औषधि का मंत्र ‘दाम कम, दवाई में दम’ है। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार अच्छे अस्पताल भी बनवा रही है, आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा भी दे रही है और जन औषधि केन्द्रों के जरिए सस्ती दवाएं भी दे रही है। आने वाले वर्षों में हम देशभर में 25,000 जन औषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रहे हैं। अब तक सरकार ने 6,400 करोड़ रुपये से अधिक की सस्ती दवाइयाँ बेची हैं, जिससे लाभार्थियों को लगभग 30,000 करोड़ रुपये से अधिक की बचत होने का अनुमान है।

प्रधानमंत्री ने देशवासियों के मोटापे से ग्रसित होने पर चिंता जताई और खाद्य तेल की खपत में कटौती की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 2050 तक 44 करोड़ भारतीय मोटापे से ग्रस्त होंगे। उन्होंने इसे चौंकाने वाला और खतरनाक आंकड़ा बताया। उन्होंने आगाह किया कि मोटापे के कारण हर तीसरा व्यक्ति गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हो सकता है। मोदी ने मोटापे से निपटने के लिए खाद्य तेल की खपत में 10 प्रतिशत की कमी लाने का आह्वान दोहराया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में इससे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होंगी। उन्होंने कहा, “हम सभी को अपने खाने के तेल में 10 प्रतिशत की कटौती करनी चाहिए। हमें हर महीने 10 प्रतिशत कम तेल में काम चलाने का प्रयास करना है। मोटापा कम करने की दिशा में ये एक बहुत बड़ा कदम होगा। इसके अलावा हम व्यायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं।”

उन्होंने कहा कि सिंगापुर कभी एक द्वीप था, जहां कुछ मछुआरे रहते थे, लेकिन अपने नागरिकों की कड़ी मेहनत के कारण यह बहुत कम समय में एक विकसित देश बन गया। इसी तरह दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव को भी बदल सकते हैं। मोदी ने कहा कि केंद्रशासित प्रदेश के लोग यह बदलाव ला सकते हैं और मैं इस प्रयास में उनके साथ खड़ा होने के लिए तैयार हूं।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव के लिए यह एक ऐतिहासिक दिन है, क्योंकि प्रमुख विकास परियोजनाएं शुरू की जा रही हैं। दादरा और नगर हवेली, दमन-दीव हमारे लिए सिर्फ एक केंद्रशासित प्रदेश नहीं है, बल्कि हमारा गर्व और विरासत है। इसलिए हम इस प्रदेश को एक ऐसा मॉडल प्रदेश बना रहे हैं, जो अपने समग्र विकास के लिए जाना जाए। यह एक शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित हुआ है। उन्होंने कहा कि दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव कई योजनाओं में सैचुरेशन की स्थिति में पहुंच गए हैं। जीवन के हर आयाम और हर जरूरत के लिए सरकार की योजना का लाभ हर लाभार्थी को मिल रहा है।

प्रधानमंत्री ने इससे पहले सिलवासा में नमो अस्पताल के प्रथम चरण का उद्घाटन किया। कुल 460 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित 450-बिस्तरों वाला यह अस्पताल इस केंद्रशासित प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को काफी मजबूत करेगा। प्रधानमंत्री ने सिलवासा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान रोजगार मेले के अंतर्गत नियुक्ति पत्र वितरित किए। उन्होंने पीएम आवास योजना-शहरी, गिर आदर्श आजीविका योजना और सिल्वन दीदी योजना के तहत लाभार्थियों को लाभ भी वितरित किए।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार

   

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