सुखदेव ढींडसा ने सुखबीर बादल का फैसला पलटा

-बागियों को पार्टी से बाहर निकालने का फैसला रद्द

चंडीगढ़, 31 जुलाई (हि.स.)। पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के बीच छिड़ा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुखबीर बादल के समर्थन वाली पार्टी की अनुशासन समिति द्वारा मंगलवार को पार्टी से बगावत कर रहे आठ वरिष्ठ नेताओं को बाहर किए जाने के बाद बुधवार को बागियों ने सुखबीर पर पलटवार कर दिया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अकाली दल के सरपरस्त सुखदेव सिंह ढींडसा भी आज बागियों के समर्थन में आ गए और अकाली दल का सरपरस्त होने के नाते उन्होंने बागियों को पार्टी से निष्कासित किए जाने का फैसला रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ संविधान के खिलाफ किया जा रहा है।

ढींडसा ने कहा कि इस मामले में सुखबीर सिंह बादल को पत्र लिखूंगा। उनसे इस मामले में जवाब मांगेंगे। पार्टी का प्रधान चुनने के लिए जनरल इजलास बुलाएंगे, जिसमें नया अध्यक्ष चुना जाएगा। ढींढसा ने कहा कि वह आज तक लोगों के सामने नहीं आए थे लेकिन मजबूरी में उन्हें यह फैसला लेना पड़ा है।

इस मौके गुरप्रताप वडाला और प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि जब 2022 में लगातार शिरोमणि अकाली दल चुनाव हार रहा था तो उस समय झूंदा कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी ने सारे पंजाब में लोगों की राय ली थी। लोगों ने उस समय अकाली दल की लीडरशिप में बदलाव की सिफारिश की थी। सुखबीर बादल को पद त्यागना चाहिए। हम भी कमेटी की सिफारिश वाली बात कर रहे हैं। हम तो कमेटी के मुताबिक काम करने की बात कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार

हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा / दधिबल यादव

   

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