पिछले 48 घंटे से भूख हड़ताल पर थे लोको पायलट
हिसार, 4 दिसंबर (हि.स.)। विभिन्न मांगों पर देशभर में चल रही लोको पायलटों
की भूख हड़ताल गुरुवार काे समाप्त हो गई है। लोको पायलट पिछले 48 घंटे से भूख हड़ताल पर थे। गुरुवार
सुबह ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के नेतृत्व में हड़ताल खत्म हो गई। इस दौरान लोको पायलट ने बिना भोजन किए अपनी ड्यूटी की। लगभग 48 घंटे के उपवास
के बाद लोको पायलटों ने जूस पीकर उपवास खत्म किया।
लोको पायलट आशीष ने बताया कि उनकी
मांग है कि ड्यूटी के समय को अधिकतम 8 घंटे तक सीमित करना, 46 घंटे का साप्ताहिक विश्राम,
लगातार केवल दो नाइट ड्यूटी, रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती और आराम की मौजूदा व्यवस्था
का सख्ती से पालन सुनिश्चित करना शामिल है। लोको पायलटों का आरोप है कि उन्हें न तो
16 घंटे का अनिवार्य दैनिक विश्राम मिल रहा है और न ही 30 घंटे का साप्ताहिक अवकाश।
इसके बजाय, उनसे 12 से 14 घंटे तक लगातार ड्यूटी कराई जा रही है, जिससे अत्यधिक थकान
के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
जोनल ज्वाइंट सेक्रेटरी आशीष चौधरी ने बताया कि हिसार समेत देशभर के लोको पायलटों
अपनी लंबित मांगों को लेकर 48 घंटे की भूख हड़ताल (उपवास) पर बैठे थे। इस दौरान लोको
पायलट बिना भोजन किए अपनी ड्यूटी निभा रहे थे,आज हड़ताल खत्म हो गई। आशीष चौधरी ने
बताया कि उपवास पर रहने के बावजूद लोको पायलटों ने अपनी ड्यूटी निभाकर संवेदनशीलता
दिखाई। यात्रियों की सुरक्षा का सर्वप्रथम दायित्व लोको पायलट का होता है। उन्होंने
कहा कि जैसे हम यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हैं वैसे ही रेलवे को भी हमारी
मांगों को प्रमुखता से लेते हुए उसका समाधान करना चाहिए। लोको पायलट रेलवे की रीढ़ है
और रीढ़ हमेशा मजबूत होनी चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर



