नई दिल्ली, 9 नवंबर (हि.स.)। दिल्ली के जहांगीरपुरी में करीब तीन साल पहले हनुमान जयंती शोभायात्रा पर पथराव व दंगे हुए थे। अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक मुख्य आरोपित है। यह मुख्य आरोपित शकील उर्फ सेरनी हनुमान जयंती पर हुए दंगे में हथियारों की सप्लाई में शामिल रह चुका है। आरोपितों के पास से 13 अवैध देसी पिस्टल और 2 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया की गिरफ्तार आरोपितों की पहचान सलमान उर्फ सालू और शकील उर्फ सेरनी के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली और एनसीआर में लगातार हो रही गोलीबारी की घटनाओं को देखते हुए क्राइम ब्रांच को दिल्ली में हथियार तस्करों को पकड़ने का काम सौंपा गया है। खुफिया जानकारी जुटाई गई और उसे विकसित किया गया। पता चला कि सलमान उर्फ लाला, जो एक कुख्यात झपटमार है और एक झपटमारी के मामले में वांछित है। यह सराय काले खां के नजदीकी इलाके में किसी से मिलने के लिए आने वाला है।
सूचना को पुख्ता करते हुए इंस्पेक्टर प्रियंका के नेतृत्व में टीम बनाई गई और आरोपित सलमान को गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से एक देसी पिस्तौल और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि उसने पिस्टल एक ऐसे व्यक्ति से खरीदी थी, जो अवैध हथियार बेचता है और उसका नाम शकील उर्फ सेरनी है, जो जहांगीरपुरी में रहता है। सेरनी अपनी गिरफ्तारी से लगातार बच रहा था, लेकिन उसे भी जहांगीरपुरी इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। निशानदेही पर पूछताछ के दौरान कुल 12 देसी पिस्तौल जब्त की।
पूछताछ में शकील ने बताया कि वह दिल्ली एनसीआर में अवैध हथियारों की तस्करी करता है। वह दूसरे राज्यों से कम कीमत पर अवैध देसी पिस्तौल खरीदता था और उन्हें दिल्ली और एनसीआर के इलाके में ऊंचे दामों पर बेचता है।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी