रोहतक दुष्कर्म मामले में आरोपित डाॅक्टर को कालेज से निकाला

स्वास्थ्य मंत्री ने डीजीपी से ली स्टेट्स रिपोर्ट

चंडीगढ़, 19 अगस्त (हि.स.)। हरियाणा के रोहतक स्थित मेडिकल कालेज छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में सरकार गंभीर हो गई है। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने साेमवार काे पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर से बातचीत के बाद कहा कि वह स्वयं रोहतक जा रहे हैं और मेडिकल कालेज प्रबंधकों के साथ बैठक करेंगे। इस मामले में आराेपित डाॅक्टर काे काॅलेज से

निकाल दिया गया है।

कमल गुप्ता ने कहा है कि रोहतक से रविवार काे एक मामला सामने आया। इसमें कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में वहां के वाइस चांसलर, डायरेक्टर और एसपी से बात की गई। डीजीपी से भी इस केस को लेकर चर्चा हुई है। गुप्ता ने बताया कि आरोपित डॉक्टर को मेडिकल कॉलेज से रेस्टिगेट कर दिया गया है। उसके खिलाफ कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी इस पूरे मामले में सख्त करवाई करने के आदेश दिए हैं।

पीड़ित छात्रा पीजीआईएमएस में मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। वहीं, आरोपित डॉक्टर मनिंदर एमडी एनाटॉमी कोर्स के प्रथम वर्ष का रेजिडेंट है। आरोपित डॉक्टर छात्रा की कक्षा को कभी-कभी पढ़ाता था। हाल ही में परीक्षाएं होनी है। आरोपित डॉक्टर ने छात्रा को एडमिट कार्ड लेने के लिए बुलाया था। छात्रा जब उसके पास पहुंची, तो आरोपित ने बहाने से उसे कार में बैठा लिया। इसके बाद वह कार चंडीगढ़ तक ले गया।

आरोप है कि सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने छात्रा से शादी और संबंध बनाने का दबाव बनाया। छात्रा ने विरोध किया तो आरोपित ने उसे करीब 20 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान छात्रा को बुरी तरह लात-घूसों से पीटा। डॉक्टर की पिटाई से छात्रा के शरीर पर चोट के निशान बन गए।

पीजीआईएमएस के निदेशक डॉ. एसएस लोहचब ने बताया कि स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय प्रत्येक छात्रा, महिला कर्मचारी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। यूएचएस प्राधिकरण ने एक स्नातक महिला छात्रा के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना का संज्ञान लिया है। पिछली जांच रिपोर्टों एवं हाल की घटनाओं के आधार पर एमडी एनाटॉमी कोर्स के प्रथम वर्ष के रेजिडेंट को पीजीआईएमएस से निष्कासित कर दिया गया है और उसके प्रवेश पर रोक लगा दी है।

हिन्दुस्थान समाचार / संजीव शर्मा / सुनील सक्सेना

   

सम्बंधित खबर