नव वर्ष पर गुजरात के सभी मंदिरों में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
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- Nov 02, 2024
अहमदाबाद, 2 नवंबर (हि.स.)। गुजराती नववर्ष के पहले दिन शनिवार की सुबह से ही राज्य के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ, द्वादश ज्योतिर्लिंग नागरेश्वर, द्वारकाधीश की नगरी द्वारका में जगत मंदिर, शक्तिपीठ पावागढ़, अंबाजी, शामलाजी, डाकोर समेत कच्छ में मातानुं मढ, मेहसाणा में बेचराजी, ऊंझा में माता उमिया समेत कई मंदिरों में हजारों श्रद्धालु शीश झुकाने उमड़े।
गुजरात के प्रसिद्ध शक्तिपीठ बनासकांठा जिले की दांता तहसील स्थित आरासुरी अंबाजी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता का दर्शन करने पहुंचे। शक्ति, भक्ति और आस्था के त्रिवेणी संगम में जगतजननी अंबा के मंदिर दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। सुबह से ही बोली मारी अंबे, जय जय अंबे की गूंज से पूरा वातावरण गुंजायमान होता रहा। प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ में भी नववर्ष पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सोमनाथ से लेकर वेरावल तक के सभी धर्मशाला, होटल फुल मिले। सेामनाथ महादेव को प्रात: आरती, शृंगार का बड़ी संख्या में लोगों ने दर्शन किया। सुख-शांति और आरोग्य की कामना कर श्रद्धालुओं ने देवाधिदेव महादेव को गंगाजल अर्पित किया। अरवल्ली जिले के शामलाजी में स्थित भगवान शामलिया के दर्शन में राजस्थान समेत गुजरात के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे। भगवान कालिया ठाकोर (शामलाजी) के दर्शन कर लोगों ने वैष्णवों का सदा कल्याण हो, सभी की प्रगति हो, ऐसी कामना की। समग्र गुजरात में एकमात्र विष्णु मंदिर में कालिया ठाकोर भगवान शंख, चक्र, गदा, पद्मा और गले में सुंदर वनमाला से सुसज्जित हैं।
बोटाद जिले की बरवाला तहसील के सारंगपुर में भी आस्था और भक्ति का संगम देखने को मिला। यहां कष्टभंजन हनुमान जी का दर्शन करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। शनिवार होने से यहां ऐसे भी सालों भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। यहां विगत गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 1100 कमरों के यात्री निवास का उद्घाटन किया। मंदिर के कोठारी स्वामी विवेक सागर और शास्त्री हरिप्रकाश स्वामी ने श्रद्धालुओं को शुभकामना प्रेषित की। देवभूमि द्वारका में विश्व विख्यात जगत मंदिर में भगवान द्वारकाधीश का दर्शन करने लोग सुबह से ही कतार में खड़े हो गए थे। दिनभर यहां श्रद्धालुओं की आवाजाही रही। लोगों ने घंटों कतार में खड़े होकर अपने प्रिय देव का दर्शन किया। पंचमहाल जिले की हालोल तहसील के पावागढ़ में माता कालिका का दर्शन करने बड़ी संख्या में लोगों ने एक हजार से अधिक सीढ़ियां चढ़कर मंदिर तक पहुंचे। करीब 500 साल के बाद यहां मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद ध्वजा फहराई गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय