पंचपदी शिक्षा पद्धति से पंचकोशीय विकास सम्भव : भगवती सिंह

-नई शिक्षा नीति में 1752 गतिविधियां वोकेशनल एजुकेशन के लिए तय-रानी रेवती देवी में चल रहे प्रधानाचार्य सम्मेलन का दूसरा दिन

प्रयागराज, 07 मई (हि.स.)। विद्या भारती से सम्बद्ध काशी प्रांत के रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर में प्रधानाचार्य बांके बिहारी पाण्डेय के संयोजन में चल रहे पांच दिवसीय प्रांतीय प्रधानाचार्य योजना बैठक के दूसरे दिन के कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह रहे। उन्होंने कहा कि पंचपदी शिक्षा पद्धति से पंचकोशीय विकास सम्भव है।

उन्होंने प्रधानाचार्यों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारत केंद्रीय शिक्षा है। इस शिक्षा व्यवस्था में बाल मनोविज्ञान को आधार मानकर बालकों के उम्र के हिसाब से वर्ग का विभाजन किया गया है। इसमें बच्चों की उम्र के आधार पर कक्षा का विभाजन बड़े ही मनोवैज्ञानिक ढंग से किया गया है। विद्या भारती प्रारम्भ से ही बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पंचमहाभूत आधारित पदार्थों के साथ क्रिया आधारित शिक्षा पर बल दिया है। नई शिक्षा नीति में 1752 तरह की गतिविधियां वोकेशनल एजुकेशन के लिए तय की है, जो स्वावलम्बन पर आधारित है। अंत में कहा कि स्वावलम्बी समाज व राष्ट्र ही विश्व का नेतृत्व कर सकता है।

प्रदेश निरीक्षक शेषधर द्विवेदी ने वार्षिक कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा करते हुए कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला। आज की बैठक पांच सत्रों में सम्पन्न हुई। जिसमें संकुलशः कार्य योजना का भी विस्तार से वर्णन किया गया। इस अवसर पर समस्त प्रधानाचार्यों के अतिरिक्त क्षेत्रीय खेलकूद संयोजक जगदीश सिंह, प्रधानाचार्य दिनेश दुबे उपस्थित रहे।

इसके पूर्व मुख्य अतिथि संग अध्यक्ष भारतीय शिक्षा समिति पूर्वी उत्तर प्रदेश कंचन सिंह, क्षेत्रीय संगठन मंत्री हेमचंद, क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री डॉ राम मनोहर एवं प्रदेश निरीक्षक शेषधर द्विवेदी सहित अन्य अतिथियों ने मां सरस्वती जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।

क्षेत्रीय संगीत संयोजक एवं मीडिया प्रभारी मनोज गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारम्भ में विद्या भारती के विद्यालयों में प्रदेश एवं जिले की सूची में स्थान बनाने वाले छात्रों, अभिभावकों तथा उनके प्रधानाचार्यों का सम्मान अंगवस्त्रम, स्मृति चिन्ह एवं डिजिटल घड़ी देकर किया गया। तत्पश्चात प्रांतीय खेलकूद प्रमुख अजीत सिंह ने विद्या भारती के छात्र-छात्राओं द्वारा खेल की उपलब्धियों का, प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्रा ने अभिलेखागार तथा प्रांतीय सेवा प्रमुख कमलाकर तिवारी ने सेवा संस्कार का विस्तृत वर्णन किया। स्वागत प्रधानाचार्य बांके बिहारी पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष भारतीय शिक्षा समिति कंचन सिंह ने तथा संचालन प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्रा ने किया।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

   

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