--सनातन धर्म की मजबूती के लिए जरूरी : डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी
--सनातन धर्म को मजबूत करना है : जगद्गुरु शांडिल्य महाराज
प्रयागराज, 04 नवम्बर (हि.स.)। यहूदी ट्रांसजेंडर ईशा बेंजामिन किन्नर अखाड़ा में आज शामिल हो गयी हैं। उनको तीर्थराज प्रयागराज के महाकुम्भ में किन्नर अखाड़ा में महंत के पद पर पट्टाभिषेक कर महंत बनाया जाएगा। यह बातें किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने सोमवार को कही। उन्होंने बताया कि ईशा के पिता यहूदी और माता हिन्दू थी। ईशा पोस्ट ग्रेजुएट हैं। वह अमेरिकन बैंक एफआईएस कम्पनी में कार्यरत हैं। ईशा सनातन धर्म के बारे में बहुत कुछ जानती है। ऐसे में ईशा के सनातन धर्म में आने से सनातन धर्म को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में ईशा बेंजामिन को किन्नर अखाड़ा का महंत बनाया जाएगा।
जगद्गुरु स्वामी नारायणाचार्य शांडिल्य महराज श्रृंगवेरपुर धाम ने किन्नर अखाड़ा की पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि आज सनातन धर्म को मजबूती और प्रचार प्रसार की जरूरत है, इसके लिए किन्नर अखाड़ा की पहल सराहनीय और प्रशंसनीय है। उन्होंने बताया कि किन्नर अखाड़ा सनातन धर्म के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है, जो प्रशंसनीय है।
ईशा का कहना है कि माता के हिन्दू होने की वजह से सनातन धर्म की ओर शुरू से झुकाव था। सनातन धर्म के बारे में मां से बहुत कुछ सीखा और जाना था। ईशा ने बताया कि वह करीब तीन वर्ष से किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज के सम्पर्क में है तब से सनातन धर्म के बारे में बहुत कुछ जानकारी हुई और सीख भी रही हूं। उन्होंने बताया कि सनातन धर्म में आकर उसको मजबूत करते हुए प्रचार प्रसार करना है। सभी नियमों को मानना है।
इस दौरान उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य और उप्र किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि (टीना मां), महामंडलेश्वर स्वामी पवित्रा नंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी गायत्री नंद गिरि, समाजसेवी राजीव कुमार मिश्र, प्रधानाचार्य डॉ हरिप्रकाश यादव सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित थे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र