नादौन में 32 लड़कियों के विवाह पर सरकार ने दिया 9.92 लाख का शगुन

शिमला, 28 सितंबर (हि.स.)। महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत गठित खंड स्तरीय मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की ब्लॉक टास्क फोर्स तथा मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की खंड स्तरीय समिति की बैठक शनिवार को एसडीएम अपराजिता चंदेल की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर एसडीएम ने कहा कि नादौन खंड में 290 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से छह माह से छह वर्ष तक के 5970 बच्चों तथा 1049 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पूरक पोषाहार दिया जा रहा है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत बेटियों को उनके स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा तथा सशक्तिकरण के बारे में विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जागरुक किया जा रहा है।

एसडीएम ने बताया कि बेटी है अनमोल योजना की लाभार्थी 27 बेटियों के नाम कुल 5,56,000 रुपये की एफडीआर करवाई गई हैं। 200 बेटियों को इसी योजना के अंतर्गत 3,28,250 रुपये की स्कॉलरशिप प्रदान की गई है। 18 वर्ष से कम आयु के 15 बेसहारा बच्चों को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत प्रतिमाह 4000 रुपये की सहायता राशि प्रदान की जा रही है। 18 से 27 वर्ष तक के 30 युवाओं को इसी योजना के तहत गृह निर्माण, उच्च शिक्षा तथा शादी इत्यादि के लिए सहायता प्रदान की जा रही है।

एसडीएम ने बताया कि प्रदेश सरकार ने इसी माह मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना भी अधिसूचित की है। इस योजना का उद्देश्य एकल नारियाें और विधवा महिलाओं के बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना तथा मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि कोई भी पात्र बच्चा इन योजनाओं के लाभ से वंचित न रहे।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना 14 लड़कियों के विवाह हेतु 7,14,000 रुपये की राशि व्यय की गई। मुख्यमंत्री शगुन योजना के अंतर्गत 32 लड़कियों के विवाह पर कुल 9,92,000 रुपये की राशि जारी की गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला

   

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