शिवसेना की जम्मू को स्थाई राजधानी बनाने की मांग

जम्मू 30 अक्टूबर (हि.स.)। जम्मू से भेदभाव व नाइंसाफी के दौर के अंत के लिए जम्मू को अविलंब प्रदेश की स्थायी राजधानी घोषित किया जाए यह कहना है शिवसेना जम्मू-कश्मीर इकाई प्रमुख मनीश साहनी का।

बुधवार को एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने कहा कि जम्मू.कश्मीर के इतिहास में जम्मू को हमेशा नजरंदाज किया गया है। आज तक जम्मू संभाग से कोई मुख्यमंत्री के पद तक नहीं पहुंच पाया । जम्मू.जम्मू का राग अलाप, भेदभाव के नाम पर 2014 में इतिहासिक जीत दर्ज करने वाली भाजपा ने भी सरकार में भागीदारी व उपमुख्यमंत्री का पद होने के बावजूद जम्मू के हितों को नजरंदाज किया गया। वहीं पूर्व व मौजूदा केन्द्र सरकारों का फोकस भी कश्मीर केन्द्रित ही रहा। सन 2022 में परिसिमन आयोग द्वारा भी जम्मू के साथ इंसाफ नहीं किया गया। 50 विधानसभा सीटों के हकदार जम्मू को मात्र 43 सीटों पर संतोष करना पड़ा। वहीं 2021 में दरबार मूव प्रथा बंद होने का खामियाजा भी जम्मू को भुगतना पड़ रहा है। साहनी ने कहा कि जम्मू को छल, विश्वासघात व खोखले वादों के सिवा कुछ नहीं मिला ।

साहनी ने जम्मू.कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से अगामी विधानसभा सत्र में जम्मू को स्थाई राजधानी घोषित करने की मांग की है। साहनी ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से भी जम्मू बेहतर है। भारतीय सेना का नॉर्दन कमांड हेडक्वार्टर भी जम्मू संभाग के उधमपुर में है। जम्मू को स्थायी राजधानी घोषित करने से प्रशासन व सचिवालय के कामकाज पर किसी तरह के मौसम की मार भी नहीं पड़ेगी। इससे जम्मू व पर्यटन स्थलों के विकास के साथ व्यापार को गति भी मिलनी तय है। साहनी ने कहा कि जम्मू को पिछले 78 सालों में मुख्यमंत्री तो नहीं मिल सका मगर उमर अब्दुल्ला एक एतिहासिक फैसला ले जम्मू को राजधानी घोषित कर जम्मू के लोगों के दिलों में जगह बनाने के कामयाब हो सकते हैं। साहनी ने जम्मू जम्मू का राग अलाप वोट बटोरने वाले भाजपा विधायकों से भी जम्मू को स्थाई राजधानी घोषित करने की मांग को समर्थन देने तथा आवाज बुलंद करने की मांग की है। इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष जय भारत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलवंत सिंह, उपाध्यक्ष राजेश जंडियाल, भारत महाजन, अध्यक्ष कामगार विंग राज सिंह, सचिव गीता लखोत्रा, डिंपल सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी

   

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