बंटेंगे-कटेगे का तो पता नहीं, भूख-कुपोषण से जरूर मरेंगे- साहनी

जम्मू 15 नम्बर (हि.स.)। फल, सब्जियां, खाद्य पदार्थों के दामों में आग लगी है, महंगाई आसमान को चीर अंतरिक्ष छू रही है और भारतीय रूपया लगातार रसातल से घसता जा रहा है। वहीं जम्मू.कश्मीर मंे महंगाई और कालाबाजारी की जुगलबंदी से आमजन के लिए दो जन की रोटी खाना भी मुश्किल बनता जा रहा है यह कहना है शिवसेना जम्मू.कश्मीर ईकाई मनीश साहनी का।

जम्मू के इंदिरा चौक में पार्टी प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी के नेतृत्व में एकत्रित शिव सैनिकों ने जनता महंगाई से त्रस्त, सरकार चुनावों में मस्त, महंगाई सातवें आसमान और रूपया धरातल में, महंगाई व कालाबाजारी पर नकेल कब, मोदी राज में डार्लिंग क्यों हुई महंगाई लिखे प्लेकार्ड पकड़ जोरदार प्रदर्शन किया।

पार्टी प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने अपने संबोधन में कहा कि आज खुदरा महंगाई दर आरबीआई की तमाम तय सीमाओ को तोडते हुए पिछले 14 महीने के उच्चतम स्तर और रूपया, डालर के मुकाबले सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है ।

रोजाना खाना बनाने में इस्तेमाल होने वाले प्याज, आलू, टमाटर, लहसुन के लगातार बढ़ते दामों ने नाक में दम कर रखा है। वहीं खाद्य तेल, दालों में भाव में भी लगातार उछाल आ रहा है। सब्जियों, फल समेत लगभग सभी आवश्यक वस्तुओं के दाम पहुंच से बाहर हो जाने से आम आदमी के रसोई का बजट चरमरा गया है। आम आदमी की थाली से पोषण आहार के साथ समान्य दाल.रोटी भी गायब होने लगी है।

वहीं जम्मू.कश्मीर में महंगाई और कालाबाजारी की जुगलबंदी से महंगाई दर अन्य राज्यों के मुकाबले उच्चतम स्तर पर बनी हुई है। 2014 में बहुत हुई महंगाई की मार, महंगाई डायन खात जाए जैसे नारे देकर सत्ता में पहुंची भाजपा के साढ़े दस साल के शासनकाल के दौरान भी महंगाई पर लगाम नहीं लग पाई है। अब बंटेंगे.कटेंगे का नारा लगाया गया है, अगर महंगाई, बेरोज़गारी का यही सिलसिला जारी रहा तो आम जनता कि भूख.कुपोषित होकर मरना लगभग तय है ।

साहनी ने पवित्र कार्तिक पूर्णिमा व श्री गुरु नानक देव जी के 555वे प्रकाश पर्व पर अपनी शुभकामनाएं भी दी। इस मौके पर मीनाक्षी छिब्बर, जय भारती, विकास बख्शी, संजीव कोहली, राज सिंह, गीता लखोत्रा, पवन सिंह, डिंपल, विनय सिंह जामवाल, अजय कुमार समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मोनिका रानी

   

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