बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर राष्ट्रीय संग्रहालय में की गई पवित्र अवशेषों की पूजा
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- May 12, 2025

नई दिल्ली, 12 मई (हि.स.)। बुद्ध पूर्णिमा के पवित्र अवसर पर सोमवार को राष्ट्रीय संग्रहालय में भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की पूजा की गई । समारोह में संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने की पुष्पांजलि अर्पित की । इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से किरेन रिजिजू ने वैश्विक बौद्ध समुदाय को शुभकामनाएं दीं और आज की दुनिया में बुद्ध की करुणा और सद्भाव की शिक्षाओं की प्रासंगिकता पर जोर दिया।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुद्ध के जीवन की घटनाओं, विशेष रूप से आठ महान चमत्कारों (अष्टमहाप्रतिहार्य) को दर्शाने वाले स्तंभों में से एक पर ध्यान केंद्रित किया। इस अवसर पर लोगों को महायान और वज्रयान बौद्ध धर्म में विभिन्न बौद्ध देवताओं की प्रतिमाओं से भी आकर्षित किया गया, जिसमें बोधिसत्व, मुकुटधारी बुद्ध, पारलौकिक बुद्ध (पंचतथगता), देवी और सहायक देवता (इष्ट देवता) शामिल हैं। इस मौके पर राष्ट्रीय संग्रहालय के महानिदेशक गुरमीत सिंह चावला, अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के महानिदेशक अभिजीत हलदर और समर नंदा, संयुक्त सचिव, संस्कृति मंत्रालय सहित कई भिक्षुओं, विद्वानों और आगंतुकों शामिल हुए।
इस मौके पर लोगों ने बुद्ध गैलरी का अवलोकन किया, जिसमें कला और पुरावशेषों के लुभावने संग्रह के माध्यम से भगवान बुद्ध के जीवन, शिक्षाओं और स्थायी दर्शन की खोज की गई। विशेष रूप से कपिलवस्तु के अवशेष जो उत्तर प्रदेश के पिपरहवा से उत्खनित किए गए थे, गैलरी में रखे गए ।
प्रदर्शनी में बौद्ध धर्म के विकास को मथुरा और गांधार में प्रारंभिक प्रतिष्ठित छवियों से लेकर सारनाथ, पाल, चोल और भौमकारा काल के माध्यम से इसके शैलीगत विकास तक दर्शाया गया। इस पवित्र अवसर को और भी अधिक जीवंत बनाने के लिए थांगका गैलरी का भी आयोजन किया गया, जहां भावचक्र (जीवन का पहिया) सहित उत्कृष्ट स्क्रॉल पेंटिंग ने दर्शकों का मन मोह लिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजयालक्ष्मी