सवाई माधोपुर में श्रद्धालुओं का रास्ता रोककर बैठा बाघ, वन विभाग ने किया ट्रैकिंग ऑपरेशन

सवाई माधोपुर, 3 मार्च (हि.स.)। रणथंभौर के जंगल से सटे प्रसिद्ध त्रिनेत्र गणेश मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को सोमवार सुबह एक अनोखे अनुभव का सामना करना पड़ा, जब परिक्रमा मार्ग पर एक बाघ आकर बैठ गया। बाघ के कारण श्रद्धालुओं को करीब एक घंटे तक रुकना पड़ा, जिससे मंदिर मार्ग पर भीड़ जमा हो गई।

सोमवार को फाल्गुन मास की चतुर्थी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पैदल परिक्रमा करते हुए जोगी महल गेट पहुंचे थे। सुबह करीब 7 बजे परिक्रमा मार्ग पर अचानक बाघ नजर आया, जिससे श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया। उन्होंने तुरंत वन विभाग को सूचना दी, जिसके बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे और स्थिति पर नजर रखी।

वन विभाग की टीम ने बाघ की मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग शुरू कर दी। एहतियातन, परिक्रमा मार्ग को करीब एक घंटे तक बंद रखा गया। जब बाघ जंगल की ओर लौट गया, तब जाकर श्रद्धालु राहत की सांस ले सके और परिक्रमा फिर से शुरू की गई।

वन विभाग के अनुसार, बाघ की पहचान अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन संभावना जताई जा रही है कि यह बाघिन ऐरोहेड (टी-84) का शावक हो सकता है। इससे पहले, 20 फरवरी को भी वन विभाग ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर का रास्ता अस्थायी रूप से बंद कर दिया था, जब बाघिन ऐरोहेड और उसके दो शावकों ने मंदिर मार्ग पर स्थित हनुमान मंदिर के पास एक सांभर का शिकार किया था।

ऐसे में वन विभाग श्रद्धालुओं को सतर्कता बरतने की सलाह दे रहा है और लगातार बाघों की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचा जा सके।

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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर

   

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