लोन दिलाने के नाम पर ग्रामीण महिलाओं से 30 करोड़ से अधिक की ठगी
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- Dec 08, 2024
बालोद/रायपुर, 8 दिसंबर (हि.स.)। बालोद जिले में ग्रामीण महिलाओं से विभिन्न बैंकों और फाइनेंस कंपनियों से लोन दिलाने के नाम पर 30 करोड़ से अधिक की ठगी का मामला सामने आया है। जिले के गुरूर ब्लॉक के लगभग तीस गांवों की सौ से अधिक महिलाओं ने विधायक संगीता सिन्हा के नेतृत्व में शनिवार को गुरूर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
एक बैंक के कर्मचारी ने बताया कि अन्नपूर्णा, जना बैंक, अविरल, ग्राम शक्ति, इंसाफ, सत्या जैसी माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से , महिलाओं को ठगकर उनके नाम लाखों रुपये का लोन लिया गया है। इस मामले में सप्तऋषि संस्थान से जुड़े आरोपित खोलबहरा कैवर्त्य और नारागांव निवासी सरिता करियाम और उसके पति चंद्रहास के खिलाफ थाने में आवेदन दिया गया है।
बालोद विधायक संगीता सिन्हा एवं उनके पति पूर्व विधायक भोलाराम सिन्हा ने मामले की आज रविवार काे जानकारी देते हुए बताया कि इस पूरे मामले का सूत्रधार सप्तऋषि संस्थान से जुड़ा मुख्य आरोपित खोलबहरा कैवर्त्य है जो फरार है। उन्होंने बताया कि ठगी की शिकार महिलाओं ने उनके कार्यालय आकर इस ठगी की जानकारी दी ,जिसके बाद थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई गई है । विधायक ने बताया कि सप्तऋषि संस्थान का खोलबहरा नामक व्यक्ति ने दो साल पहले ग्रामीणों को 50 हजार का विभिन्न बैंकों और निजी फाइनेंस कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर पांच -पांच हजार रुपये मांगे। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि उसकी बातों में आकर दर्जनभर से अधिक बैंकों व निजी फाइनेंस कंपनी से महिला समूह के नाम पर लोन लिया।
विधायक श्रीमती सिन्हा ने बताया कि स्वरोजगार के नाम पर बैंकों से लोन निकाला जाता था। अगर किसी महिला का 50 हजार लोन निकाला जा रहा है तो संबंधित महिलाओं को पांच हजार दे देते थे। बाकी रुपये दूसरी जगह निवेश करने की बात कहकर अपने पास रख लेते थे। किस्त भी स्वयं पटाने की बात करते थे।एक बैंक से तो 75 समूह के माध्यम से 200 से अधिक महिलाओं ने 35 हजार से 50 हजार तक का लोन लिया है।कुछ माह तक सप्तऋषि ट्रेडर्स के नाम पर किस्त जमा हुई। बाद में किस्त मिलनी बंद हो गई। क़िस्त बंद होने पर महिलाओं को नोटिस आना शुरू हो गया।सप्तऋषि संस्थान से जुड़ा मुख्य आरोपित खोलबहरा कैवर्त्य ने कई महिलाओं से 50 रुपये के स्टांप पेपर पर पैसों के लेनदेन से संबंधित शपथ पत्र भी भरवाया है।अकेले नारागांव में 13 लाख रुपये की ठगी सामने आ चुकी है। पीड़ित महिलाओं ने नारागांव निवासी सरिता करियाम और उसके पति चंद्रहास के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है, क्योंकि उसके कारण ही दर्जनों लोग ठगी का शिकार हुए हैं। नारागांव की महिलाओं ने बताया कि उनके गांव की सरिता करियाम की बातों में आकर उन लोगों ने लोन निकाला।
विधायक ने बताया की ग्रामीण महिलाओं की अशिक्षा का फायदा उठाया गया है एक-एक महिला के नाम से तीन से चार लाख रुपये आठ से 10 बैंकों के माध्यम से निकाला गया है। इसकी शिकायत बालोद जिले के विभिन्न गांव की महिला समूह भी कलेक्टर जन दर्शन में कर चुकी हैं।विधायक ने आशंका व्यक्त की है की जांच करने पर ठगी का दायरा पूरे प्रदेश स्तर का हो सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा