अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर पशु एवं सास्कृतिक मेला शनिवार से
- Admin Admin
- Nov 08, 2024
-गुरुद्वारे से मेला मैदान तक 12 नवंबर को सुबह 9 बजे आध्यात्मिक यात्रा, पुष्कर कस्बे में उमड़ा जन सैलाब, पशुओं से अटे धोरे
अजमेर, 8 नवंबर(हि.स)। ख्याति प्राप्त पुष्कर पशु एवं सांस्कृतिक व आध्यात्मिक मेला शनिवार नाै नवंबर से शुरू हो जाएगा। पशु मेले के तहत शनिवार को सुबह नाै बजे ऊंट रैली निकलेगी। वहीं पुष्कर मेला मैदान में सुबह 10 बजे पूजा के साथ विधिवत झंडारोहण एवं नगाड़ा वादन होगा।
पशु पालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया ने बताया कि पुष्कर पशु मेले में बिक्री के लिए आने वाले पशुओं की संख्या में दिनोंदिन बढ़ोतरी हो रही है। रेतीले धोरों में पशुओं के साथ पशुपालकों की हलचल बढऩे लगी है। दीपावली के दूसरे दिन से शुरू हुए पशु मेले में पशुपालन विभाग ने अब तक 3 हजार 807 पशुओं की आवक दर्ज की है। जानवरों की आवक लगातार बनी हुई है। मेले में अब तक आए जानवरों में सर्वाधिक 2 हजार 272 अश्व वंश शामिल है। इसके अलावा 1 हजार 528 ऊंट वंश आये हैं। जबकि मेले में तीन भैंस वंश पहुंचा है। गौ वंश चार आए हैं। इनमें 2 हजार 711 राजस्थान के अंदर और एक हजार 096 पशु राजस्थान के बाहर से आये हैं।
नये मेला स्टेडियम एवं आस-पास के धोरों में पशुपालक अपने-अपने जानवरों के साथ खुले आसमान के नीचे अपने डेरे डाल रहे हैं। पशुपालकों की सुविधा के लिए पशुपालन विभाग की ओर से पानी, बिजली, चारा आदि की माकुल व्यवस्थायें की जा रही हैं। मेले में आने वाले पशुओं का पंजीयन करने के लिए विभाग की ओर से शहर के सभी प्रवेश मार्गों पर करीब 12 चौकियों की स्थापना की गई है। जहां पर अश्वों की एंट्री व एक्जिट दर्ज किया जा रहा है। मेला अधिकारी डा. सुनील घीया ने बताया कि अकेले गुरुवार को 452 ऊंट तथा 453 अश्व पहुंचे हैं।
500 किलो का भैंसा मध्यप्रदेश से पहुंचा पुष्कर
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले में करीब 500 किलो का एक विशालकाय भैंसा मध्यप्रदेश से अपने मालिक एमपी के इंदौर निवासी प्रमोद शुक्ला के साथ पहुंचा है। उसके मालिक ने उसकी कीमत करीब 11 लाख रुपये आंकी है। राज्य के बाहर से पशु अपना प्रदर्शन व खरीद फरोख्त के लिए पहुंच रहे हैं। इसमें मध्यप्रदेश से मेले में पहुंचा 500 किलो का भैंसा आकर्षण का केन्द्र रहा है। भैंसें के मालिक प्रमोद शुक्ला ने भैंसे की खासियत बताते हुए बताया कि करीब 5सौ किलो का यह भैंसा अभी 5 वर्ष का है। इसके बच्चें भी हेल्थी पैदा हुए हैं। इसकी कीमत के बारे में शुक्ला ने बताया कि अगर कोई खरीदार आएगा तो वह 11 लाख रुपये तक उसका बेचान कर देंगे। बताया कि एमपी में उनके फॉर्म पर 100 पशु पाले जा रहे है जिसमें सभी तरह के पशु शामिल है। तथा उनकी 5वीं पीढ़ी है जो करीब 40 वर्ष से पशुपालन का कार्य कर रहे है।
विदेशी पर्यटक कैमल सफारी कर ले रहे हैं मेले का लुत्फ
पशु मेले के लिए विदेशी पर्यटकों के आने का क्रम जारी है। विदेशी पुष्कर के रेतीलें धोरों में पहुंचकर ऊंटों की हरकतों को कैमरे में कैद कर रहे हैं वहीं रेतीले टीबों में मेला होने से विदेशी कैमल सफारी पर मेले का लुत्फ उठा रहे हैं। इस दौरान रेत के धोरों में सनसेट के नजारे को भी कैद कर रहे हैं।
9 से 14 तक पशु प्रतियोगिताएं
पशुपालन विभाग की ओर से पुष्कर मेले में आने वाले पशुओं के लिए 9 से 14 नवंबर तक विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा। विभाग के संयुक्त निदेशक डा. सुनील घीया ने बताया कि पशु प्रतियोगिता का शुभारंभ 9 नवंबर को सुबह 9 बजे ऊंट रैली के साथ होगा। इसी प्रकार 12 नवंबर की शाम 6 बजे दुग्ध प्रतियोगिता के तहत झरण, 13 को सुबह 6 बजे प्रथम दुहारी, शाम 6 बजे द्वितीय दुहारी व 14 को सुबह 8 बजे तृतीय दुहारी की जायेगी। इसी प्रकार 13 नवंबर को सुबह 10 बजे संकर गौवशं नस्ल प्रतियोगिता, 1 बजे गीर गौवंश नस्ल प्रतियोगिता, 3 बजे भैस वंश नस्ल प्रतियोगिता, 12 नवंबर को सुबह 9 बजे अश्व वंश मादा प्रतियोगिता एवं 13 नवंबर को सुबह 9 बजे अश्व वंश नर प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। 14 नवंबर को सुबह 9 बजे ऊंट प्रतियोगिता, इसके बाद सर्वश्रेष्ठ मेला पशु प्रतियोगिता एवं दोपहर 4 बजे तीव्र दुहारी प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रम 9 से 15 तक
पर्यटन विभाग ने 9 से 15 नवंबर तक आयोजित किए जाने वाले पुष्कर मेले का तिथिवार कार्यक्रम घोषित किया है। इसमें 9 नवंबर को सुबह 10 बजे मेला मैदान में पूजा, झंडारोहण, नगाड़ा वादन, 10.30 बजे मांडणा प्रतियोगिता, छात्राओं का सामूहिक लोक नृत्य, 11 बजे चक दे राजस्थान फुटबॉल मैच (देशी-विदेशी), शाम 6 बजे सरोवर के घाट पर दीपदान, रंगोली, महाआरती, अभिषेक, शाम 7 बजे मेला मैदान के रंगमंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किऐ जायेंगे। 10 नवंबर को सुबह 10 से 11.30 बजे तक लंगड़ी टांग, सतोलिया मैच, गिली डंडा (देशी-विदेशी), 11.30 बजे ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता, 12 बजे ऊंट नृत्य प्रतियोगिता, शाम 7 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम। 11 नवंबर को सुबह 10 बजे कबड्डी मैच (देशी-विदेशी), 11.30 बजे अश्व नृत्य प्रतियोगिता, दोपहर 1 बजे अंतर पंचायत समिति ग्रामीण खेलकूद, शाम 7 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 12 नवंबर को सुबह 9 बजे गुरुद्वारें से मेला मैदान तक आध्यात्मिक यात्रा, दोपहर 1 बजे अंतर पंचायत समिति ग्रामीण खेलकूद, शाम 4 बजे शिल्पग्राम हैंडीक्राफ्ट बाजार का उद्घाटन, शाम 6 बजे सरोवर के घाट पर महाआरती, शाम 7 बजे मेला मैदान में में प्रसिद्ध गायककार अनूप जलोटा भजनों की प्रस्तुति देंगे। 13 नवंबर को सुबह 9 बजे लगान स्टाइल क्रिकेट मैच देशी-विदेशियों के बीच, 11 बजे मूंछ प्रतियोगिता, 11.30 बजे साफा बांधो व तिलक प्रतियोगिता (विदेशी महिला-पुरूष), दोपहर 1 बजे अंतर पंचायत समिति ग्रामीण खेलकूद, शाम 6 बजे सरोवर की महाआरती, शाम 7 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम, 14 नवंबर को 10.30 बजे मटका रैस (देशी-विदेशी महिला), 11.30 बजे-म्यूजिकल चेयर रैस (देशी-विदेशी महिला), शाम 6 बजे सरोवर की महाआरती, शाम 7 बजे-सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 15 नवंबर को सुबह 9 बजे समापन समारोह, मेगा कल्चरल इवेंट व पुरस्कार वितरण, सामूहिक नृत्य, कला जत्था यात्रा, मटका रैस आदि कार्यक्रम होंगे तथा शाम 6 बजे सरोवर की महाआरती की जायेगी।
जलोटा व सिंगर कैलाश खेर की बॉलीवुड नाइट 14 को
पर्यटन विभाग की ओर से पुष्कर मेले का मुख्य आकर्षण भजन गायक अनूप जलोटा और बॉलीवुड नाइट का आयोजन 12 वह 14 नवंबर को शाम 7 बजे मेला मैदान में किया जायेगा। जिसमें 12 नवंबर को भजन गायक अनूप जलोटा तो वही 14 नवंबर को प्रसिद्ध बॉलीवुड सिंगर कैलाश खैर लाइव कंसर्ट में अपनी जुदाई आवाज की सुर सरिता बहायेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / संतोष