हिसार : आदमपुर हलके में विकास के लिए पद की जरूरत नहीं : कुलदीप बिश्नोई
- Admin Admin
- Nov 02, 2024
क्षेत्र की जनता का हर आदेश सिर माथे, लगातार करवाते रहेंगे विकास कार्य : भव्य
हिसार, 2 नवंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने कहा है कि आदमपुर और भजनलाल परिवार का पीढिय़ों का पारिवारिक रिश्ता है। कुछ कारणों से हम विधानसभा चुनाव भले ही न जीत पाएं हों, परंतु प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है। विकास कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।
कुलदीप बिश्नोई एवं भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश प्रभारी भव्य बिश्नोई शनिवार को आदमपुर विधानसभा चुनाव के बाद हलके का धन्यवादी दौरा कर रहे थे। उन्होंने लाखपुल, सीसवाल, ढाणी सीसवाल, काबरेल, सलेमगढ़, लाडवी, जाखोद खेड़ा, मलापुर, न्योली खुर्द, काजला, दुर्जनपुर, जगान, चिकनवास, झीडी, ठसका, ढंढूर, तेजा मार्किट, पक्की डिग्गी, बीड़ बबरान व पीरांवाली में पहुंचकर मतदाताओं का विधानसभा चुनाव में साथ देने पर आभार जताया। कुलदीप ने कह कि जो कार्य रह गए हैं, उनको पूरा करवाना प्राथमिकता रहेगी।
उन्होंने चुनाव के दौरान कहा था कि राज्य में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने जा रही है और कोई गलती मत कर देना, परंतु यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि अबकी बार आदमपुर हलका सत्ता में भागीदार बनता-बनता रह गया आदमपुर हलके के कुछ क्षेत्रों में विपक्षी यह प्रचार करने में सफल हो गए की कांग्रेस की सरकार आ रही है, इसलिए कुछ साथी भावना में बह गए, परंतु जीवन संघर्ष का नाम है। वे फिर से संघर्ष की राह पर चलेंगे और आदमपुर का खोया मान-सम्मान वापिस आने तक प्रयास जारी रखेंगे।
भव्य बिश्नोई ने कहा कि उन्होंने पूरी ईमानदारी एवं मेहनत से पिछले दो वर्षों में कार्य किया और हर दिन आदमपुर के विकास कार्यों को पूरा करवाने के लिए उनके प्रयासरत रहते थे। काफी कार्य उन्होंने पूरे करवाए भी और जो रह गए हैं, उनको भी आगे पूरा करवाना प्राथमिकता रहेगी। आदमपुर हलका हमारा परिवार है और आदमपुर का हर आदेश सर माथे है। भजनलाल परिवार को आदमपुर में विकास कार्य करवाने के लिए किसी पद की आवश्यकता नहीं है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हाल ही में 24 हजार युवाओं को नौकरी देकर बिना पर्ची-बिना खर्ची के अपने वादे को पूरा किया है। आदमपुर हलके से भी इसमें करीब 260 युवाओं को रोजगार मिला है। भाजपा सरकार में हर वर्ग के हित सुरक्षित हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर