ज्योति कलश यात्रा से रोशन होगा उत्तर प्रदेश का हर गांव और शहर

हरिद्वार, 09 दिसंबर (हि.स.)। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में आयोजित तीन दिवसीय ज्योति कलश यात्रा कार्यशाला का साेमवार काे समापन हो गया। कार्यशाला में ज्योति कलश यात्रा के लिए रूपरेखा और रोडमैप तैयार किया गया, जिससे इस कार्यक्रम को बड़े पैमाने पर विस्तार दिया जा सके। समापन अवसर पर ज्योति कलशों के साथ एक भव्य रैली भी निकाली गई।

अखिल विश्व गायत्री परिवार की प्रमुख शैलदीदी ने उत्तर प्रदेश के लिए ज्योति कलशों का वैदिक पद्धति से पूजन किया और यह आह्वान किया कि उत्तर प्रदेश के प्रत्येक गांव, कस्बे और शहर तक इस यात्रा का विस्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश वह पवित्र भूमि है जहां प्रभु श्रीराम, योगेश्वर श्रीकृष्ण जैसे महान देवों का जन्म हुआ। इस प्रदेश की ऊर्जा का प्रभाव पूरे भारत वर्ष में फैलता रहा है। आज यहां के लोगों को ज्योति कलश यात्रा के माध्यम से पुनः जागृत करना है।

डॉ. प्रणव पण्ड्या ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि ज्योति कलश यात्रा को उत्तर प्रदेश के प्रत्येक गांव-गांव, गली-गली में लेकर जाना है और सनातन संस्कृति की धारा और अखण्ड ज्योति के प्रकाशपुंज से प्रत्येक सोते हुए व्यक्ति को जगाना है।

कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों ने गायत्री परिवार की संस्थापिका माता भगवती देवी शर्मा की जन्मशताब्दी वर्ष और सन् 1926 से सतत प्रज्वलित सिद्ध अखण्ड दीपक की शताब्दी वर्ष के अंतर्गत निकाली जा रही ज्योति कलश यात्रा की रूपरेखा तैयार की। तीन दिन चले इस शिविर में विहिप के उपाध्यक्ष चंपत राय, डॉ. चिन्मय पण्ड्या, शांतिकुंज व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरी, डॉ. ओपी शर्मा आदि ने भी संबोधित किया।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

   

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